प्रदीप द्विवेदी. कई लोगों को बार-बार सुरक्षा की मांग करने के बावजूद सुरक्षा नहीं मिलती, जबकि तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को बगैर मांगे ही सुरक्षा मिल गई है.
हालांकि, उन्होंने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपने घर पर तीन सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का यह कहकर विरोध किया कि कहीं उनकी निगरानी के लिए तो ऐसा नहीं किया गया है? यही नहीं, उन्होंने दिल्ली पुलिस प्रमुख को इन सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाने को भी कहा है.
खबरें हैं कि दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव को उन्होंने लिखा है कि बाराखंबा थाने के प्रभारी 12 फरवरी 2021 को उनके आवास पर उनसे मिलने आए थे, लेकिन इसके बाद असॉल्ट राइफल धारी सीमा सुरक्षाबल के तीन जवानों को उनके आवास के बाहर तैनात कर दिया गया.
महुआ मोइत्रा को लगता है कि उनकेे घर आने-जाने वालों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, उनकी निगरानी की जा रही है.
उन्होंने यह भी कहा है कि- मैं आपको याद दिलाना चाहती हूं कि निजता का अधिकार एक मौलिक अधिकार है और इस देश का नागरिक होने के नाते भारत का संविधान मुझे इसकी गारंटी देता है.
उनका कहना है कि जांच करने पर मुझे ज्ञात हुआ कि इन सशस्त्र अधिकारियों की तैनाती मेरी सुरक्षा के लिए बाराखंबा रोड पुलिस थाने की ओर से की गई है.
दिलचस्प बात यह है कि पत्र में महुआ मोइत्रा का कहना है कि- इस देश की साधारण नागरिक होने के नाते, न तो मैंने ऐसी सुरक्षा मांगी है और न ही मैं चाहती हूं. इसलिए इन सुरक्षा अधिकारियों को वापस बुला लिया जाए!