नई दिल्ली. क्रिकेटर युवराज सिंह द्वारा पिछले साल अपमानजनक जातिसूचक टिप्पणी किए जाने के मामले में उनके खिलाफ हरियाणा पुलिस ने आईपीसी एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है, जिसके बाद अब पूर्व क्रिकेटर के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है.

बताया जा रहा है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अब युवराज को जल्द ही जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा. कानूनी विशेषज्ञों की राय में एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज होने के चलते युवराज को जांच अधिकारी द्वारा गिरफ्तार भी किया जा सकता है.

हांसी पुलिस अधीक्षक निकिता गहलोत ने बताया कि शिकायत के आधार पर रविवार को ही प्राथमिकी दर्ज की गई है. हम जो भी नॉर्मल लीगल प्रोसेस है, उसे फॉलो करेंगे. युवराज सिंह को नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा. क्या केस में गैर जमानती धाराएं होने की वजह से युवराज सिंह को गिरफ्तार किया जाएगा, इस सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि यह आगे जांच का विषय है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा या नहीं.

वहीं इस मामले में शिकायतकर्ता वकील रजत कलसन ने कहा कि हम शुरू से ही इस मामले में युवराज सिंह के खिलाफ केस दजज़् करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं. अदालत का रुख करने के बाद ही पुलिस ने केस रजिस्टर किया है. अगर पुलिस अब भी युवराज को गिरफ्तार नहीं करती तो हम आगे की कानूनी कार्रवाई करेंगे.