नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस के दो नए वेरिएंट का पता चला है. मंगलवार 16 फरवरी को केंद्र सरकार ने देश में कोरोना वायरस के दो नए वैरिएंट साउथ अफ्रीकन और ब्राजीलियन वेरिएंट की पुष्टि की है. दैनिक प्रैस कांफ्रेंस के दौरान इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि हाल में कुछ यात्रियों में कोरोना वायरस के दो नए वैरिएंट का पता लगा है. इससे पहले यूके वेरिएंट की पुष्टि हुई थी.
कोरोना वायरस के यूके वेरिएंट के चलते एक बार फिर आशंकाएं जताई जाने लगी थीं, क्योंकि यह अधिक तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि अभी कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही न बरतें बल्कि इसे लेकर जो सावधानी पहले बरती जाती थी, उसे जारी रखना है.
आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि कुछ यात्रियों में दक्षिण अफ्रीकी और ब्राजीली वेरिएंट पाया गया है और उन्हें क्वारंटीन कर दिया है. इसके अलावा जो लोग उनके संपर्क में आए हैं, उन्हें ट्रेस किया गया और आइसोलेट किया गया है. सभी के स्वास्थ्य पर लगातार निगाह रखी जा रही है. सरकार ने सभी लोगों से एक बार फिर आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण के घटते मामलों पर लापरवाही न बरतें और कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी निर्देशों को पालन करते रहें.
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि सभी लोगों को मास्क पहनना और हैंड सैनिटाइज करने की आदत छोडऩी नहीं चाहिए. पॉल के अनुसार भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है लेकिन वायरस के अनप्रेडिक्टेबल नेचर को ध्यान रखा जाना चाहिए.
भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू हो चुका है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार 16 फरवरी को दोपहर 1 बजे तक 85,69,917 लोगों को पहली डोज लग चुकी है और 1,70,678 लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है. भारत में इस समय कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या 1.4 लाख से भी कम है.