जोहांसबर्ग. जसाउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. 36 वर्षीय इस बल्लेबाज ने बुधवार को इसकी घोषणा की. अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर डु प्लेसिस ने इस फैसले की पुष्टि की है. उन्होंने लिखा, 'मैं स्पष्ट हूं और यह वक्त आ गया है कि मैं जीवन में नए अध्याय की शुरुआत करूं.'
डु प्लेसिस ने साउथ अफ्रीका के लिए अपने पहले ही टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने मैच की चौथी पारी में 212 रन बनाकर साउथ अफ्रीका को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐडिलेड टेस्ट में हार से बचाया था. डु प्लेसिस ने साउथ अफ्रीका के लिए 69 टेस्ट मैच खेले.
डु प्लेसिस ने आगे लिखा, 'अगर 15 साल पहले मुझे कोई कहता कि मैं साउथ अफ्रीका के लिए 69 टेस्ट मैच खेलूंगा और टीम की कप्तानी करूंगा तो मैं उन पर यकीन नहीं करता. टेस्ट करियर में मुझे जो दुआएं मिलीं हैं उनका मैं दिल से आभार व्यक्त करता हूं.'
डु प्लेसिस ने 2016 में अपने बचपन के बेस्ट फ्रेंड एबी डि विलियर्स से कप्तानी संभाली. उन्होंने 36 टेस्ट मैचों में साउथ अफ्रीका की कप्तानी की. इसके बाद पिछले साल जनवरी में इंग्लैड के हाथों घरेलू सीरीज में हार के बाद उन्होंने इस पद से हटने का फैसला किया.
अपने भविष्य के बारे में चल रहीं अटकलों के बारे में डु प्लेसिस ने बल्ले से जवाब दिया. श्रीलंका के खिलाफ सेंचुरियन में उन्होंने 199 रन की पारी खेलकर आलोचकों को शांत कर दिया. डु प्लेसिस ने अपने टेस्ट करियर में 4163 रन बनाए. इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत 40.63 का रहा. उन्होंने 10 शतक और 21 अर्धशतक लगाए.
दिग्गज क्रिकेटर अब क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट पर ही फोकस कर रहे हैं. उनका प्राथमिकता भी अब टी20 ही है. दो टी20 वर्ल्ड कप होने वाले हैं और डु प्लेसिस इसमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'अगले दो साल में दो आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप होने हैं. इस वजह से, मेरा ध्यान इस फॉर्मेट पर है और मैं चाहता हूं कि दुनियाभर में इस प्रारूप को खेलूं ताकि मैं जितना हो सके बेहतर खिलाड़ी बन सकूं.'
उन्होंने आगे लिखा, 'मुझे लगता है कि इस प्रारूप में मैं साउथ अफ्रीका को काफी कुछ दे सकता हूं. ऐसा नहीं है कि वनडे क्रिकेट मेरे प्लान में नहीं है. थोड़े वक्त के लिए मैं टी20 फॉर्मेट को अपनी प्राथमिकता बना रहा हूं.'