नई दिल्ली. आईटी उद्योग की संस्था नैसकॉम के एनटीएलएफ वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने किया. यह सम्मेलन कोविड-19 महामारी के बाद डिजिटल भविष्य और जिम्मेदार तकनीक के महत्व पर केंद्रित होगा. एनटीएलएफ (नैसकॉम टेक्नालॉजी एंड लीडरशिप फोरम) के 29वें संस्करण का आयोजन 17-19 फरवरी को किया जाएगा. पहली बार इस सम्मेलन का ऑनलाइन आयोजन किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल मंच के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे.

इस दौरान पीएम ने कहा कि नया भारत प्रगति के लिए अधीर है. हमारी सरकार नए भारत की इस भावना को समझती है. 130 करोड़ से अधिक भारतीयों की आकांक्षाओं ने हमें आगे से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. नई भारत से जुड़ीं अपेक्षाएं जितनी सरकार से हैं, उतनी ही देश के केंद्रीय क्षेत्र से भी हैं.

पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ये भलीभांति जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती है. इसलिए सरकार द्वारा टेक उद्योग को सामान्य नियमों से, बंधनों से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स हों या गरीबों के घर, हर प्रोजेक्ट्स की जियो टैगिंग की जा रही है, इसलिए उस समय पूरे किए जा सकते हैं. यहां तक कि आज गांवों के घरों की मैपिंग ड्रोन से की जा रही है, टैक्स से जुड़े मामलों में भी ह्यूसमेन इंटरफेस को कम किया जा रहा है.

पीएम ने कहा कि मेरा स्टार्ट-अप फाउंडर्स के लिए एक संदेश है. खुद को सिर्फ वैल्यूएशन और एग्जिट स्ट्रेटेजी तक ही सीमित नहीं करना है. सोचें कि आप ऐसी संस्थाएं कैसे बना सकते हैं जो इस सदी से आगे निकलें. सोचें कि आप विश्व स्तर के उत्पाद कैसे बना सकते हैं जो उत्कृष्टता का नया मानक तय करें.

PM ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के बड़े सेंटर आज देश के टियर-2, टियर-3 शहर बनते जा रहे हैं. यही शहर आज आईटी बेस्ड तकनीक की डिमांड और ग्रोथ के बड़े सेंटर बनते जा रही हैं. देश के इन छोटे शहरों के युवा अद्भुत इनोवेटर के रूप में सामने आ रहे हैं. सरकार का फोकस भी इन छोटे शहरों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर है.