पलपल संवाददाता, सीधी. मध्यप्रदेश के सीधी में हुए बस हादसे में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है, हादसे के आद आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दोपहर 2.30 बजे के लगभग रामपुर नैकिन सीधी स्थित मृतक के परिजनों से मिलने के लिए घर पहुंचे, सीएम श्री चौहान को देखते ही परिजन लिपटकर रो पड़े तो सीएम भी भावुक हो गए. सीएम के सामने परिजनों ने गुस्से में यहां तक कहा कि दोषियों पर रहम मत करना उन्हे सस्पेंड नहीं बर्खास्त कीजिए.
सीएम श्री चौहान ने कहा कि मैं हादसे के दिन ही घटनास्थल पर जाना चाहता था लेकिन वहां पर चल रहे रेस्क्यू आपरेशन में व्यवधान होता ऐसे समय में लोगों को बचाना जरुरी रहा, मेरे दो साथी मंत्री तुलसी सिलावट व रामखिलावन पटैल मौके पर पहुंच गए थे, मैं सीधी जिले के उन गांवो में जाकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर जानकारी लूंगा, उन्होने आगे कहा कि हादसे में जो बेटे-बेटी, भाई व बहन चले गए है उनकी जिंदगी तो नहीं लौटा सकता हूं लेकिन परिजनों की जिंदगी कैसे आसान बने इसके लिए प्रयास जरुर किए जाएगें, मैं घटना के मूल कारणों तक जाने की कोशिश करुंगा.
इस बीच मुलाकात करने वाले परिजनों ने कहा कि यदि सड़क पर जाम नही होता तो हमारे बच्चे व पत्नी जिंदा होते, सड़क बनवा दीजिए, जो हादसा मेरे साथ हुआ है किसी और के परिवार के साथ ऐसा न हो, यह कहना था सुरेश गुप्ता का जिनकी बहू पिंकी व पोता अथर्व हादसे में नहर में डूब गए, सुरेश बच गए थे. मुख्यमंत्री श्री चौहान बस हादसे में मृत विमला द्विवेदी के घर भी पहुंचे, यहां उनकी दोनों बेटियां भी लिपटकर रोई, बेटी स्वर्णलता ने सीएम से कहा कि मां मुझे एएनएम की परीक्षा दिलाने ही जा रही थी. उसका सपना था, मैं नर्स बन जाऊं. मैं तो बच गई लेकिन मां चली गई. परिवार वालों ने कहा कि मां का बलिदान बेकार नहीं जाना चाहिए.