पलपल संवाददाता, जबलपुर/सतना. मध्यप्रदेश के सीधी बस हादसे को 72 घंटे से ज्यादा हो चुके है, लेकिन अभी भी तीन परिवारों को उम्मीद है कि उनके घरों के चिराग सही सलामत होगें, जिन्हे तलाशने के लिए जबलपुर से सेना की टीम पहुंच चुकी है, जो अब छुहिया पहाड़ी में बनी करीब 4 किलोमीटर लम्बी सुरंग में लापता युवकों की तलाश करेगी. इधर रोते बिलखते परिजनों ने सीएम शिवराजसिंह चौहान से कहा कि हमारे बच्चों की तलाश कराईए अब और सब्र नहीं हो रहा है.
बताया जाता है कि सरदा पटना गांव के समीप बाणसागर नहर में हुए बस हादसे में अभी तक 51 लोगों के शव निकाले जा चुके है, इसके बाद भी तीन युवक अभी भी लापता है, जिनकी तलाश में रेस्क्यू टीमें जुटी हुई है, वहीं युवकों के परिजन भी नहर के किनारे किनारे तलाश में भटक रहे है कि कहीं उनके बेटे सही सलामत मिल जाए. इसके अलावा भी जबलपुर से सेना की टीम को सीधी बुला लिया गया है, जो अब सीधी से रीवा तक चार किलोमीटर लम्बी सुरंग में युवकों की तलाश करने के लिए आक्सीजन सिलेंडर के साथ उतरेगी, क्योंकि नहर के रास्ते में पहले से ही रेस्क्यू टीमें मंगलवार से जुटी हुई है, लेकिन युवकों का कहीं पता नहीं चल सका है.
बुआ की बेटी को परीक्षा दिलाने निकला था-
बताया गया है कि कुकरीझर निवासी अरविंद विश्वकर्मा अपनी बुआ की बेटी यशोदा विश्वकर्मा उम्र 24 वर्ष को एएनएम की परीक्षा दिलाने के लिए निकला था, हादसे में यशोदा की मौत हो गई, वहीं अरविंद का कहीं पता नहीं चल रहा है.
बहन के घर जाने निकला था-
इसी तरह लापता युवकों में रमेश विश्वकर्मा उम्र 25 वर्ष की बहन की शादी यूपी के बलिया में हुई है, रमेश अपनी बहन से मिलने के लिए बलिया जाने के लिए निकला था, वह बस से सतना पहुंचता, इसके बाद रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर बलिया के लिए रवाना होता. रमेश भी बस हादसे के बाद लापता है, जिसकी तलाश में परिजन भी इधर से उधर भटक ही रहे है.
बैंक के काम से सतना जा रहा था-
सीधी निवासी योगेन्द्र उर्फ विकास शर्मा उम्र 23 वर्ष एचडीएफसी बैंक में काम करता है और बैंक के काम से सतना जाने बस में बैठकर रवाना हुआ था. हादसे के बाद योगेन्द्र भी लापता है, परिजनों का कहना है कि उनका बेटा सही सलामत मिलेगा, लेकिन समय जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है, उनकी चिंता भी बढ़ती जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-