भोपाल. लंबी ऊहापोह के बाद आखिरकार भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के लिए विधायक गिरीश गौतम का नाम तय कर दिया. आज रविवार 21 मार्च की सुबह तकरीबन साढ़े दस बजे उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. गौरतलब है कि 18 साल बाद विंध्य क्षेत्र को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिल रहा है. वर्ष 2003 में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी को चुनाव हराकर गिरीश गौतम विधायक बने थे. फिलहाल गिरीश गौतम देवतालाब से विधायक हैं.
उधर, कांग्रेस ने यह साफ कर दिया कि वह अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने यह बात कही. उपाध्यक्ष पद को लेकर उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष को परंपरा निभानी चाहिए निभानी चाहिए. पिछली बार मैंने संसदीय कार्य मंत्री रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा था कि अध्यक्ष के लिए आप उम्मीदवार मत उतारें और उपाध्यक्ष का पद ले लें.
इससे पहले शनिवार को विधानसभा सत्र की तैयारियों का जायजा सामयिक अध्यक्ष ने प्रमुख सचिव एपी सिंह के साथ लिया. उन्होंने सदन की व्यवस्थाएं देखने के साथ ही अधिकारियों को सदस्यों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए. तय किया गया है कि बाहरी व्यक्तियों का विधानसभा परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित रखा जाएगा. मंत्रियों के साथ भी सिर्फ एक व्यक्ति को आने की अनुमति मिलेगी. सभी को मास्क पूरे समय लगाना होगा और पर्याप्त शारीरिक दूरी का पालन भी करना होगा. सदस्यों और अधिकारियों की कोरोना संबंधी जांच की व्यवस्था विधानसभा परिसर और विधायक विश्रामगृह में की गई है. विधायकों को फास्टैग की सुविधा देने के लिए शिविर भी लगाया जा रहा है. जो सदस्य अस्वस्थ हैं, वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सदन की कार्यवाही में जिला सूचना केंद्र से हिस्सा ले सकते हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्य प्रदेश: सीधी बस हादसे में मृतकों की संख्या 53 हुई, दो शव और मिले
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