पल-पल इंडिया. इन दिनों केन्द्र के नए कृषि क़ानूनों को लेकर तमाम विपक्षी दल खुलकर विरोध कर रहे हैं. मेरठ की किसान महापंचायत में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि केंद्र के ये तीन कानून किसानों के डेथ वारंट हैं, ये तीनों कानून लागू होने के बाद किसानों की बची-कुची खेती केंद्र सरकार अपने तीन-चार बड़े पूंजीपति साथियों के हाथों में सौंपना चाहती है.
उन्होंने कहा कि आज अपने देश का किसान बहुत पीड़ा में है, 95 दिनों से कड़कती ठंड में किसान भाई दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं. 250 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन सरकार पर जूं नहीं रेंग रही. पिछले 70 साल में इस देश के किसान ने केवल धोखा देखा है.
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि लाल किले का पूरा कांड इन्होंने खुद कराया. मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री हूं, उत्तर प्रदेश, पंजाब के लोगों और किसानों ने मुझे बताया कि ये जानबूझकर उधर भेज रहे थे. जिन्होंने झंडे फहराए वो इनके अपने कार्यकर्ता थे.
उन्होंने कहा कि केंद्र के ये तीन कानून किसानों के डेथ वारंट हैं, ये तीनों कानून लागू होने के बाद किसानों की बची-कुची खेती केंद्र सरकार अपने तीन-चार बड़े पूंजीपति साथियों के हाथों में सौंपना चाहती है.
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