बिन्दिया: आवश्यक सौंदर्य प्रसाधन!

बिन्दिया: आवश्यक सौंदर्य प्रसाधन!

प्रेषित समय :08:24:31 AM / Thu, Apr 1st, 2021

सत्य देव कुमार. सौंदर्य और नारी का रिश्ता बादल और बिजली की भांति है। जहां सौंदर्य नारी को प्रकृति का अनुपम उपहार है, वहीं श्रृंगार नारी का आदिम स्वभाव और अधिकार है। हर युग में श्रृंगार के तौर-तरीके और सौंदर्य के मापदण्ड बदलते रहे हैं।

जहां तक भारतीय महिलाओं के परम्परागत श्रृंगार प्रसाधनों का प्रश्न है, शायद बिंदिया ही सर्वाधिक लोकप्रिय श्रृंगार साधन है। भारत में बिंदी लगाने की प्रथा बहुत प्राचीन है। इसका महत्व इसलिए और भी अधिक बढ़ जाता है क्योंकि महिलाएं इसको सुहाग-चिन्ह के रूप में इस्तेमाल करती हैं। अब तो फैशन के बदलते दौर में बिन्दिया एक आवश्यक श्रृंगार-प्रसाधन बन चुकी है। बिन्दिया के बिना ललाट श्रीहीन-सा लगता है।

उचित रूप से लगाई गई बिन्दिया सुहाग-बोध को प्रकट करने के साथ मुखमण्डल के आकर्षण में भी चार चांद लगा देती है। अन्य सौंदर्य प्रसाधनों के इस्तेमाल की भांति बिंदी लगाने की कला आना भी एक आवश्यक बात है। बिन्दी लगा लेने मात्रा से इस सज्जा की पूर्णता नहीं हो जाती। व्यक्तित्व के अनुरूप रंग, आकार और डिजाइन के चयन में ही इस श्रृंगार प्रसाधन की सार्थकता है।

सबसे पहले हमें ललाट पर बिंदी लगाने के सही स्थान के बारे में जानकारी होनी चाहिए। बिंदिया लगाने का उपयुक्त स्थान ललाट पर शीर्ष ग्रंथि (पीनियल ग्लैंड) के ऊपर होता है। माथे पर हर कहीं बिन्दी चिपका लेने से आपका फूहड़पन तो झलकेगा ही, साथ ही आपके चेहरे का आकर्षण भी कम हो जाएगा।

बिन्दी की मनोहर सजावट के लिए चेहरे की बनावट और रंग रूप का भी विशिष्ट स्थान होता है। जहां गेंहुए रंग पर गहरे लाल एवं कत्थई रंग की बिंदिया फबती है, वहीं सांवले रंग के चेहरे पर सन्दली एवं बैंगनी रंग की बिंदिया अधिक सुन्दर लगती है। श्याम वर्ण पर लाल, हरी, गुलाबी रंग की सुन्दर बिंदिया खिलती हैं।

गोलाकार मुखाकृति वाली महिलाओं को लम्बी बिन्दिया लगानी चाहिए जबकि लम्बे मुख पर गोल बिन्दी अधिक आकर्षक लगेगी। अण्डाकार चेहरे पर दो छोटी-छोटी बिंदी के ऊपर एक छोटी बिन्दी सौन्दर्य में वृद्धि करती है। छोटे आकार के चेहरे पर तिलक के आकार की लम्बी बिन्दी सुशोभित होती है।

चौड़े ललाट के मध्य बिंदी लगानी चाहिए। ललाट की चौड़ाई कम होने पर ठीक भौंहों के बीचों बीच बिंदिया लगाइए। पतली धनुषाकार भौहों के बीचोंबीच छोटी सी बिन्दी बहुत ही खूबसूरत लगती है। बिन्दिया के आकार एवं रंगों के समुचित चुनाव से चेहरे एवं ललाट की स्थूल बारीक रेखाओं में बहुत आकर्षण उत्पन्न किया जा सकता है।

वस्त्रों के रंगों के अनुरूप बिन्दिया का चयन भी आवश्यक है। 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

शूज से लेकर ड्रेस तक एवरग्रीन है डेनिम का फैशन

बिना अंडरगार्मेंट्स वाली ड्रेस पहन शो में पहुंच गई ये एक्‍ट्रेस

Leave a Reply