पहला उपाय:- आप सुबह जल्दी उठकर नहा धो लें और पूजा घर में पहले अपने इष्ट देव को याद करें फिर आप निम्नलिखित मंत्र का 108 बार जाप करें.
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि में परम सुखं,
धनं देहि, रूपं देहि, यशो देहि, द्विषो जही
इस मंत्र का जाप आपको रोजाना 108 बार करना है. ये उपाय आपकी कुंडली के नौवें और दसवें भाव वाले ग्रहों की स्थिति को मजबूत करता है और आपके दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलकर आपको राजनीति में सफल बनाता है.
दुसरा उपाय:- एक प्रसिद्ध और सफल राजनेता बनने के लिए आपको 21 शुक्रवार तक माता दुर्गा का व्रत रखना है और 21वें शुक्रवार के दिन आप एक लाल कपड़ा लें और उसमें 42 लौंग, 21 लाल रंग की चूड़ियाँ, 7 कपूर, 5 गुडहल के फुल, 2 चांदी की बिछियाँ, सिंदूर और परफ्यूम रख कर देवी माता के चरणों में अर्पित करें. इस उपाय को मनवांछित राजनितिक सफलता पाने का सबसे सफल उपाय है.
तीसरा उपाय:- आप थोड़ा सा कुमकुम, लाख, कपूर, घी, मिश्री और शहद को मिलाकर एक गाढा पेस्ट तैयार करें फिर इस पेस्ट से आप पहले माता दुर्गा और फिर खुद को तिलक लगायें. आप इस उपाय को 5, 7 और 11 दिनों तक लगातार अपनाएँ, आपको राजनीति में सफलता अवश्य मिलेगी.
चौथा उपाय:- चौथे उपाय के लिए आप थोड़ी सी मिटटी में पानी व शुद्ध देशी घी मिलाकर 9 गोलियाँ तैयार करें व उन्हें छाया में सूखने के लिए छोड़ दें. जब ये गोलियाँ सुख जाएँ तो इन्हें 9 दिनों तक पीले सिंदूर की डिब्बी में रखें व 9वें दिन ही इन्हें किसी बहते पानी में प्रवाहित कर दें.
लेकिन ध्यान रहे कि आपको सिंदूर को प्रवाहित नहीं करना है बल्कि उसे आप संभाल कर रखें और जब भी आप घर से बाहर काम के लिए निकलें तो आप इस सिंदूर का टिका लगाकर ही निकलें. ये उपाय पहले आपको प्रसिद्धि दिलाता है और फिर धीरे धीरे एक सफल नेता.
पांचवा उपाय:- रविवार का दिन सूर्यदेव का होता है जो आपको ज्ञान, बल और समाज में मान सम्मान दिलाते है. तो आप रविवार के दिन पहले सूर्य देव की पूजा करें और फिर उनसे जुडी चीजों जैसेकि लड्डू, ताम्बे के बर्तन, गेहूँ, गुड, माणिक्य, लाल या फिर पीला कपड़ा और लाल चन्दन का दान करें. इससे सूर्य देव प्रसन्न होते है और आपको आपके हर क्षेत्र में सदा सफल होने का आशीर्वाद देते है
किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) जी से सीधे संपर्क करें - 9131366453
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पूजा से संबंधित तीस आवश्यक नियम अवश्य पढ़ें और अनुसरण करें
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