जगदलपुर. माओवादियों की ओर से जारी एक प्रेस नोट में बताया गया है कि गत 19 अप्रैल को 3 बजे बीजापुर जिले के पामेड़ थाना इलाके में ड्रोन से हमला किया गया. माओवादियों ने इस बस्तर में पहला एयर बम हमला बताते हुए 19 अप्रैल को काला दिन कहा है. नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह हवाई हमला कराया है. नक्सलियों ने लिखा है कि केन्द्र और राज्य सरकार के समन्वित प्रयास से उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है.
छत्तीसगढ़ में सुकमा और बीजापुर स्थित जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों की मुठभेड़ के बाद 22 जवान शहीद होने के बाद सुरक्षा बलों की ओर से पहली बार एयर स्ट्राइक किये जाने का दावा किया गया. दावा माओवादी संगठन की ओर से किया गया, जिसमें किसी भी नुकसान को खारिज किया गया. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा कि इसके पहले ही माओवादियों ने जगह बदल दी थी. माओवादियों का आरोप है कि पुलिस ने 19 अप्रैल को ड्रोन से माओवादियों पर ड्रोन हमला कर12 बम गिराए थे. दावा है कि हमले से पहले ही माओवादियों ने जगह बदल दी थी. इससे माओवादियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
गौरतलब है कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा के जंगलों में सुरक्षा बलों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. इसमें 22 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद देश के गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ पहुंचे थे. तभी से केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई के संकेत दिए गए थे. इसी को लेकर पहली बार नक्सलियों के ठिकानों पर पहली बार ड्रोन हमले की जानकारी सामने आई है. पुलिस की ओर से वीडियो और फोटो जारी कर माओवादियों को नुकसान की जानकारी दी गई. वहीं दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस के दावों को खारिज कर दिया. प्रेस नोट के साथ ही प्रमाण के तौर पर फोटो और वीडियो भी जारी कर मौके की सच्चाई बताने की कोशिश की है. माओवादियों का आरोप है कि पुलिस ने 19 अप्रैल को ड्रोन से माओवादियों पर 12 बम ड्रोन उड्राकर गिराए हैं. ड्रोन हमले से पहले ही माओवादियों को इसकी सूचना मिल गई थी, जिसके चलते ही उन्होंने जगह को बदल दिया. इससे माओवादियों को कोई नुकसान नुकसान नहीं पहुंचा है. माओवादियों के मुताबिक पामेड़ थानाक्षेत्र के बोत्तालंका और पाला गुडेम गांव में ड्रोन से हमला किया गया. दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी ने पत्र के साथ वीडियो फुटेज और फोटो जारी कर दावा किया कि जहां पर बम गिराए गए वहां कुछ जानवरों, पेड़ पौधों और प्रकृति को नुकसान हुआ है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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