कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कैबनेट के गठन के बाद मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया है. ममता ने अपने पास छह मंत्रालय रखे हैं तो 43 सदस्यों वाली नई कैबिनेट में 20 नए चेहरे शामिल किए हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने शुभेंदु अधिकारी को विपक्ष का नेता चुना है. तृणमूल कांग्रेस ने 213 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई लेकिन सुप्रीमो ममता अपने पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी से नंदीग्राम सीट पर नजदीकी मुकाबले में हार गईं.
बनर्जी ने कहा, हमने कैबिनेट में 20 नए मंत्रियों को शामिल किया है. नए महिलाएं मंत्री (ममता सहित) हैं. 7 अल्पसंख्यक समुदाय से हैं और एसी-एसटी समुदाय से 4-4 मंत्री हैं. ममता ने कुछ सबसे अहम मंत्रालय जिनमें गृह, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, भूमि और भूमि सुधार, कार्मिक और प्रशासनिक सुधार, सूचना और सांस्कृतिक मामले शामिल हैं, अपने पास रखे हैं.
मंत्रालयों के बंटवारे के तुरंत बाद बनर्जी ने कैबिनेट की बैठक की और संकेत दिया कि उनकी सरकार कोरोना संक्रमण पर लगाम के लिए लॉकडाउन को प्राथमिकता नहीं देगी. पुख्यमंत्री ने कहा, हमने संपूर्ण लॉकडाउन लगाए बिना कई प्रतिबंध लगाएं हैं, मैं लोगों से इस तरह व्यवहार करने की अपील करूंगी कि जैसे लॉकडाउन हो. यदि आप संपूर्ण लॉकडाउन लगा देंगे तो लोगों की आजिविका बंद हो जाएगी. बहुत से गरीब लोग दिहाड़ी पर निर्भर रहते हैं.
मंत्रियों की सूची में 24 कैबिनेट रैंक के हैं, 10 स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्यमंत्री और 9 अन्य राज्यमंत्री हैं. अमित मित्रा को एक बार फिर वित्त मंत्री बनाया गया है. मित्रा खराब स्वास्थ्य की वजह से चुनाव नहीं लड़ पाए. मंत्रिमंडल के नए चेहरों में पूर्व आईपीएस अधिकारी हूमायूं कबीर और पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी भी शामिल हैं. टीएमसी ने टॉलिवुड के कई एक्टर्स को चुनाव में उतारा था, लगभग सभी जीत गए और 9 को कैबिनेट में शामिल किया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद की हिंसा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
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