वाराणसी। बिरहा सम्राट की उपाधि से विभूषित पद्मश्री हीरालाल यादव का जन्म 07 मार्च 1936 को यूपी के वाराणसी में हुआ था. हीरालाल यादव की मृत्यु 12 मई 2019 के दिन हुई। उन्हें 2015 में यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
हीरा लाल यादव ने लोक गायक रमन दास से बिरहा संगीत सीखा। पारंपरिक मंचों से शुरुआत में प्रदर्शन करते हुए उन्होंने बाद के वर्षों में विभिन्न शहरों में अपना संगीत प्रस्तुत किया। मीडिया के विस्तार के साथ वह ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर भी उत्तर प्रदेश के लोक संगीत का प्रचार करने में सफलतापूर्वक सक्षम रहे। उनके संगीत को लोकप्रिय लेबल के तहत जारी किया गया। हीरालाल की गायकी में शास्त्रीय संगीत का भी पुट मिलता है।
बिरहा गायन के क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धि हासिल करने वाले हीरालाल यादव की उम्र निधन के वक्त 93 वर्ष थी।
तब PM मोदी ने ट्वीट करके कहा था, ‘पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित वाराणसी के बिरहा गायक श्री हीरालाल यादव जी के निधन की खबर से अत्यंत दुख हुआ। दो दिन पहले ही बातचीत कर उनका हालचाल जाना था। उनका निधन लोकगायकी के क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके प्रशंसकों और परिवार के साथ हैं।’
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-हजारों दुर्लभ कलाकृतियों को दान करेगा सैमसंग का संस्थापक परिवार
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