कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट वैरिएंट के चलते देशभर के कई राज्यों में लॉकडाउन लगा गया हुआ है. कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सभी स्मारकों सहित पर्यटन स्थलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है. इससे पहले साल 2020 में भी कोरोना वायरस की पहली लहर के चलते पर्यटन स्थलों पर ताला लगा दिया गया था. कोरोना संक्रमितों में कमी के बाद गाइडलाइन जारी कर पर्यटन स्थलों को खोला गया था. इस महामारी से पर्यटन पर व्यापक असर पड़ा है. जानकारों की मानें तो जून महीने से अनलॉक प्रक्रिया शुरू होगी. इस दौरान पर्यटकों को सैर-सपाटे की अनुमति मिल सकती है. इसके लिए पर्यटकों को कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना होगा. पर्यटक अपने आसपास ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं. आइए, मानसून सीजन में ट्रैकिंग के लिए प्रसिद्ध जगहों के बारे में जानते हैं-
हाम्टा पास, हिमाचल प्रदेश
ट्रैकिंग के लिए यह देशभर में प्रसिद्ध है. खासकर फ्रेशर यानी नए ट्रेकर के लिए यह उपयुक्त ट्रैकिंग स्पॉट है. यह यात्रा कुल्लू घाटी के हाम्टा पास से शुरू होकर स्पीति घाटी में समाप्त होती है. ट्रैकिंग 35 किमी लंबी होती है, जिसे पूरा करने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं.
राजमाची, महाराष्ट्र
राजमाची एक किला है जो लोनावला के नजदीक है. यहां से आप सह्याद्रि सीमा और Shirota जलप्रपात को देख सकते हैं. राजमाची पर ट्रैकिंग करना बेहद आसान है और किले की चोटी पर पहुंचने के लिए सिर्फ 40 मिनट ही लगते हैं. इसके लिए दो गुफाएं हैं.
डजोंगरी, सिक्किम
ट्रैकिंग के लिए उत्तर पूर्व प्रदेश भी पॉपुलर हैं. खासकर सिक्किम तो आकर्षण का मुख्य केंद्र है. ट्रैकिंग डजोंगरी में की जाती है. 21 किलोमीटर लंबी ट्रैकिंग की दूरी 1 से 2 दिनों में पूरी की जाती है. काफी संख्या में पर्यटक ट्रैकिंग के लिए सिक्किम आते हैं.
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