नई दिल्ली. एक तरफ जहां भारत में पिछले साल कोरोना वायरस के चलते हुए पेंडेमिक और लॉकडाउन ने सभी सेक्टर की आर्थिक स्थिति खराब कर दी तो वहीं एक सेक्टर ऐसा भी रहा जिसने इसे जबरदस्त बूम दिया. बात हो रही है गेमिंग इंडस्ट्री जिसके लिए लॉकडाउन जबरदस्त मुनाफे का सौदा रहा. पिछले एक साल के दौरान गेमिंग इंडस्ट्री को 100 मिलियन से ज्यादा इंडियन यूजर्स मिले हैं. इस बात का खुलासा KMPG की रिपोर्ट में हुआ है.
ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या जहां वर्ष 2019 में 300 मिलियन थी वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 में यह बढ़कर 433 मिलियन हो गई. जाहिर सी बात है यूजर्स बढ़े तो रेवेन्यू भी बढ़ेगा. रिपोर्ट के अनुसार गेमिंग इंडस्ट्री का मुनाफा दोगुना बढ़ा. वर्ष 2019 में जहां यह 6200 करोड़ रुपये था तो वहीं 2020-21 में बढ़कर 13600 करोड़ हो गया. पोकर और रमी जैसे रियल-मनी गेम्स और ड्रीम 11 जैसी ऑनलाइन फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनियों ने खुर्खियां बटोरी हैं. वहीं ऐसा लगता है कि गेम्स में लीड कैजुअल गेम्स ने किया है. कैजुअल गेम्स का पिछले वित्तीय वर्ष में 6020 करोड़ रुपये का रेवेन्यू था जबकि रियल मनी और फैंटेसी स्पोर्ट्स का क्रमश: 4980 करोड़ और 2430 करोड़ रुपये था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली मेट्रो से करना है सफर तो घर से निकलें एक घंटा पहले
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