आज का दिनः गुरुवार,1 जुलाई 2021, कांपता है काल जिनसे...वो हैं काल भैरव!

आज का दिनः गुरुवार,1 जुलाई 2021, कांपता है काल जिनसे...वो हैं काल भैरव!

प्रेषित समय :20:34:01 PM / Wed, Jun 30th, 2021

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
*जिस दिन भगवान शिव भैरव के रूप में प्रकट हुए थे, उसे कालभैरव जयन्ती कहा जाता है. कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दौरान इसे मनाया जाता है. इसलिए हर कृष्ण पक्ष की अष्टमी, कालाष्टमी कहलाती है. 
*इस दिन काल भैरव का दर्शन-पूजन सर्व मनोकामना पूर्ण करता है. इस दिन प्रातः पवित्र नदी-सरोवर में स्नान के बाद  पितरों का श्राद्ध-तर्पण करके भैरव पूजा-व्रत करने से तमाम विघ्न समाप्त हो जाते हैं, दीर्घायु प्राप्त होती है.
*देवी भक्त कालाष्टमी के दिन काल भैरव के साथ-साथ देवी कालिका की पूजा-अर्चना-व्रत भी करते हैं. भैरव पूजा-आराधना करने से परिवार में सुख-समृद्धि के साथ-साथ स्वास्थ्य रक्षा और अकाल मौत से सुरक्षा भी होती है. 
*कालभैरव अष्टमी पर भैरव के दर्शन-पूजा मात्र से अशुभ कर्मों से मुक्ति  मिलती है, क्रूर ग्रहों के कुप्रभाव से छुटकारा मिलता है. 
*भोलेनाथ के भैरव स्वरूप की पूजा, उपासना करने वाले शिवभक्तों को भैरवनाथ की पूजा करके अर्घ्य देना चाहिए. 
*रात्रि जागरण करके शिव-पार्वती की कथा और भजन-कीर्तन करना चाहिए. भैरव कथा का श्रवण और आरती करनी चाहिए. 
*भगवान भैरवनाथ की प्रसन्नता के लिए उनके वाहन श्वान- कुत्ते को भोजन कराना चाहिए. 
*इस दिन प्रातः पवित्र नदी-सरोवर में स्नान करके  पितरों का श्राद्ध-तर्पण करके भैरव-पूजा-व्रत करने से सारे विघ्न समाप्त हो जाते हैं. 
*अकाल मृत्यु से रक्षा होकर दीर्घायु प्राप्त होती है.

- आज का राशिफल -

मेष राशि:- आत्मसंयत रहें. स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा. पिता को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं. रहन-सहन अस्त-व्यस्त रहेगा.

वृष राशि:- मानसिक शान्ति रहेगी. शैक्षिक एवं बौद्धिक कार्यों में सफलता मिलेगी. मान-सम्मन मिलेगा. मित्रों का सहयोग मिलेगा.

मिथुन राशि:- आत्मसंयत रहें. क्रोध की अधिकता रहेगी. जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते है. भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा.

कर्क राशि:- दाम्पत्य सुख में कमी आयेगी. जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद बढ़ सकते हें. नौकरी में अफसरों से मतभेद हो सकते हैं. स्थान परिवर्तन सम्भव है.

सिंह राशि:- सन्तान सुख में वृद्धि होगी. शैक्षिक एवं बौद्धिक कार्यों के सुखद परिणाम खुलेंगे.जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं.

कन्या राशि:- मन में शान्ति एवं प्रसन्नता के भाव रहेंगे. नौकरी में तरक्की के योग बन रहे है. वाहन सुख में वृद्धि होगी. धन लाभ होगा.

तुला राशि:- आप की आदतों के कारण आप के अपनों ने आपसे दूरियाँ बना ली हैं. समय रहते अपने स्वभाव और व्यवहार को बदलें ही तो अच्छा होगा. प्रिय समागम, आर्थिक स्थिति में पहले से सुधार होगा. संपर्कों को स्थापित व सुरक्षित रखना होगा.

वृश्चिक राशि:- पारिवारिक लोगो से सम्बन्ध मधुर होगे. कार्यस्थल पर किसी से आकर्षित होगे. भाग्योदय संभव है. जो भी काम करे पुरे आत्मविश्वास के साथ और आनंद से करे. निश्चित सफल होगे.

धनु राशि:- नए व्यापार की शुरुवात अनुकूल होगी. कान संबंधित पीड़ा हो सकती है. अनावश्यक विवादों में न बोले नुक्सान हो सकता है. नोकरी में बदलाव के योग है. राजनीति से जुड़े लोग मनचाही सफकता पा सकते है.

मकर राशि:- आर्थिक मामले सुलझने की उमीद है. जिन लोगों की आप ने मदद की थी वही आप का विरोध करेंगे. रूचि अनुसार काम मिलने से मन प्रसन्न रहेगा. सुख सुविधा पर खर्च संभव है. मानसिक अस्थिरता रहेगी.

कुम्भ राशि:- वैचारिक मतभेद दूर होंगे. किसी को अपने मन की बात बताने का मोका मिलेगा. कारोबार में नये सोदे लाभप्रद रहेंगे. रुके कार्य पुरे होने में अभी समय लग सकता है. मांगलिक खर्च संभव है.

मीन राशि:- बीती बातो को भुला कर अपने रिश्त्तो की नई शुरुवात करे. आप की उन्नती से विरोधी को तकलीफ हो सकती है. राजनीति के चलते शत्रु आप को नुकसान पहुचाने का हर संभव प्रयास करेंगे.

 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- गुरुवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा                   रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ                               पहला- अमृत
दूसरा- रोग                               दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग                         तीसरा- रोग
चौथा- चर                               चौथा- काल
पांचवां- लाभ                          पांचवां- लाभ
छठा- अमृत                           छठा- उद्वेग
सातवां- काल                         सातवां- शुभ
आठवां- शुभ                         आठवां- अमृत

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

- पंचांग-
गुरुवार, 1 जुलाई, 2021
कालाष्टमी
शक सम्वत 1943   प्लव
विक्रम सम्वत 2078
काली सम्वत 5123
दिन काल 13:56:29
मास आषाढ
तिथि सप्तमी - 14:04:18 तक
नक्षत्र उत्तराभाद्रपद - 27:49:44 तक
करण बव - 14:04:18 तक, बालव - 26:42:44 तक
पक्ष कृष्ण
योग सौभाग्य - 10:45:01 तक
सूर्योदय 05:26:31
सूर्यास्त  19:23:01
चन्द्र राशि मीन
चन्द्रोदय 24:22:59
चन्द्रास्त 11:52:00
ऋतु वर्षा
अग्निवास पृथ्वी - 02:01 पी एम तक, आकाश
दिशा शूल दक्षिण
चन्द्र वास उत्तर
राहु वास दक्षिण
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

पूजा-प्रयोग-ज्योतिष की उपयोगिता क्या है? जून माह 2021 का मासिक राशिफल...

पूजा बत्रा ने बिकिनी पहन किया योगा, 44 की उम्र में भी हैं फिट

नरसिंह भगवान की पूजा करने से सभी तरह के संकट दूर हो जाते

Leave a Reply