आज का दिनः 7 जुलाई 2021, बुधवार के दिन प्रदोष व्रत करने सर्व कामना सिद्धि होती है!

आज का दिनः 7 जुलाई 2021, बुधवार के दिन प्रदोष व्रत करने सर्व कामना सिद्धि होती है!

प्रेषित समय :19:27:13 PM / Tue, Jul 6th, 2021

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* शिवकृपा प्राप्त करने के लिए हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत किया जाता है. 
* भोलेनाथ जब प्रसन्न होते हैं तो समस्त दोष समाप्त कर परम प्रसन्नता, परम सुख प्रदान करते हैं! 
* प्रदोष व्रत-पूजा बहुत ही सरल है क्योंकि भोलेनाथ एकमात्र देव हैं जो पवित्र मन से की गई पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं. 
* शिवोपासना में दुर्लभ मंत्र और कीमती पूजा सामग्री की जरूरत नहीं है, सच्चे मन से... नमः: शिवाय का जाप करें और शिवलिंग पर सर्वसुलभ पवित्र जल चढ़ाएं.  
* सुख का अहसास कराता है- शांत मन और दुख का कारण है- अशांत मन, शिवोपासना से तुरंत मानसिक शांति प्राप्त होती है.
* प्रदोष व्रत में दिनभर निराहार रहकर सायंकाल पवित्र स्नान करने के बाद श्वेत वस्त्रों में शांत मन से भगवान शिव का पूजन किया जाता है. 
* जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार के दोष मिट जाते हंै. 
* इस व्रत के प्रमुख देवता शिव हैं इसलिए उनके साथ-साथ शिव परिवार की आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है.
* विभिन्न दिनों के प्रदोष व्रत का अलग-अलग महत्व और प्रभाव होता हैै....
* बुधवार के दिन यह व्रत करने सर्व कामना सिद्धि होती है.
* बृहस्पतिवार के प्रदोष व्रत से शत्रुओं का नाश होता है.
* शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है.
* शनिवार प्रदोष व्रत से संतान सुख की प्राप्ति होती है.
* रविवार के दिन प्रदोष व्रत हमेशा स्वस्थ रखता है.
* सोमवार के दिन प्रदोष व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
* मंगलवार को प्रदोष व्रत रखने से ऋण-रोग से मुक्ति मिलती है.
* संपूर्ण वर्ष प्रदोष व्रत संपूर्ण सुख प्रदान करता है.

- आज का राशिफल- 

मेष राशि:- अनावश्यक बातों पर स्वयं को सजा नही दें, दुश्मन हमेशा परेशान कर रहे हैं पर आपका कुछ नही बिगज़ेगा.समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता. अपने बारी का इंजतार करें. मित्र के सहयोग से कार्य पूरे होंगे.जिन नये लोगों से संपर्क बनेगा भविष्य में लाभदायक रहेगा. वाहन सुख संभव है.

वृष राशि:- जो लोग दूसरे के लिए मांगते हैं, उन्हें कभी अपने लिए नहीं मांगना पड़ता. माता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी. किसी के बहकाने से सपने संबंध तोड़ने से बचें. पैर में चोट लग सकती है. समाज में नाम होगा.

मिथुन राशि:- जिन लोगों का सहयोग आप ने किया था आज वे ही आप से मुंह फेर रहे हैं. बीमारी में दवाई असर नहीं करेगी. बेहतर होगा अपना डॉक्टर बदलें या किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लें. नए भवन में जाने के योग हैं.

कर्क राशि:- अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है. कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी. पड़ोसियों की मदद करना पड़ सकती है. क्रोध की अधिकता से परिजन ना खुश होंगे. शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा.

सिंह राशि:- किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते हैं. समय रहते जरूरी कार्य पूरे करें. निजी जीवन में दुसरों को प्रवेश न दें. पिता के व्यवहार से मन मुटाव होगा. जीवनशैली में परिवर्तन के योग हैं. पुरानी दुश्मनी के चलते विवाद संभव हैं.

कन्या राशि:- सोचे कार्य समय पर होने से मन प्रसन्न रहेगा. अपने वाक् चातुर्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे. कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे. प्रेम-प्रसंग के चलते मन उदास होगा.

तुला राशि:- आप की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी. जीवनशैली में आए परिवर्तन से खुश होंगे. आजीविका के नए स्त्रोत स्थापित होंगे. पारिवारिक सोहार्द बना रहेगा. मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी.

वृश्चिक राशि:- अपने हिसाब से जिंदगी जिना पसंद करेंगे. जो लोग आप के कार्यों की सराहना करते थे, वे आप का विरोध करेंगे. भवन भूमि के विवादों का अंत होगा. पिता के व्यवसाय में रूचि कम रहेगी.

धनु राशि:- समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें. पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे. घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें तो पारिवारिक तनाव ख़त्म होगा. फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगायें चमत्कारिक लाभ होगा.

मकर राशि:- व्ययस्तता के कारण सेहत को न भूलें. अपने जीवनसाथी से नम्रता से बात करें और आपकी दोनों की वार्तालाप में स्नेह झलके न की बनावटी बातें करें. वाणी में मधुर रहें. यात्रा के योग हैं.

कुम्भ राशि:- सेहत को नजरअंदाज न करें. अनावश्यक किसी को परेशान करना अच्छी बात नहीं है. मेहमानों की खातिरदारी करना पड़ेगी. अपने संपर्कों से रुके कार्य पूरे होंगे. बहनों के विवाह की चिंता रहेगी.

मीन राशि:- जल्दबाजी में किये फैसलों से भारी नुकसान हो सकता है. परिवार में आप की बातों को सुना जायेगा. धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी. जीवनसाथी के स्वास्थ में सुधार होगा. परीक्षा परिणाम अनुकूल होंगे.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- बुधवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- लाभ                        पहला- उद्वेग
दूसरा- अमृत                        दूसरा- शुभ
तीसरा- काल                      तीसरा- अमृत
चौथा- शुभ                           चौथा- चर
पांचवां- रोग                        पांचवां- रोग
छठा- उद्वेग                        छठा- काल
सातवां- चर                        सातवां- लाभ
आठवां- लाभ                     आठवां- उद्वेग

* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग  
बुधवार, 7 जुलाई, 2021
प्रदोष व्रत
रोहिणी व्रत
शक सम्वत 1943   प्लव
विक्रम सम्वत 2078
काली सम्वत 5123
दिन काल 13:53:43
मास आषाढ
तिथि त्रयोदशी - 27:23:00 तक
नक्षत्र रोहिणी - 18:19:30 तक
करण गर - 14:16:25 तक, वणिज - 27:23:00 तक
पक्ष कृष्ण
योग गण्ड - 15:33:32 तक
सूर्योदय 05:28:57
सूर्यास्त 19:22:40
चन्द्र राशि वृषभ
चन्द्रोदय 27:45:00
चन्द्रास्त 17:15:00
ऋतु वर्षा
अग्निवास आकाश - 03:20 ए एम, जुलाई 08 तक,पाताल
भद्रावास स्वर्ग - 03:20 ए एम, जुलाई 08 से पूर्ण रात्रि तक
दिशा शूल उत्तर
नक्षत्र शूल पश्चिम - 06:19 पी एम तक
चन्द्र वास दक्षिण
राहु वास दक्षिण-पश्चिम
कर्पूरगौरं, करुणावतारं....
https://www.youtube.com/watch?v=G4Hk3q5VVbw

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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