चतुर्मास के दिनों में तांबे व कांसे के पात्रों का उपयोग नहीं करें

चतुर्मास के दिनों में तांबे व कांसे के पात्रों का उपयोग नहीं करें

प्रेषित समय :20:47:19 PM / Sat, Jul 24th, 2021

*चतुर्मास के दिनों में तांबे व कांसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए.(स्कन्द पुराण)*
 *चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पाप नाशक है.

 घर में अन्न भंडार भरपूर रहे उस लिए 

 *जिस दिन कोई भाई और बहने घर में अनाज खरीदकर लाने हो तो लाते लाते ॐ अनंताय नम : ..... ॐ अनंताय नम : ..... परम पूज्य बापूजी को याद करके स्मरण करके ॐ अनंताय नम: मन में जप करें  . घर में कभी अन्न की कमी नहीं रहेगी. भंडार भरपूर रहे गुरु का , ईश्वर का.*

लक्ष्मी के नाराज होने के कारण

1. कमल-पुष्प, बिल्वपत्र को लांघने अथवा पैरों से कुचलने पर लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती हैं.*
2.] जो निर्वस्त्र होकर स्नान करता है, नदियों, तालाबों के जल में मल-मूत्र त्यागता है उसको लक्ष्मी अपने शत्रु कर्ज के हवाले कर देती हैं.*
3. जो भूमि या भवन की दीवारों पर अनावश्यक लिखता है, कुत्सित अन्न खाता है उस पर भी लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं.*
4. जो पैर से पैर रगडकर धोता है, अतिथियों का सम्मान नहीं करता, याचकों को दुत्कारता है, पशु-पक्षियों को चारा, दाना आदि नहीं डालता है, गाय पर प्रहार करता है ऐसे व्यक्ति को लक्ष्मी तुरंत छोड़ देती हैं.*
5 जो संध्या के समय घर-प्रतिष्ठान में झाड़ू लगाता है, जो प्रात:  एवं संध्याकाल में ईश्वर की आराधना नहीं करता, तुलसी के पौधे की उपेक्षा, अनादर करता है उसको लक्ष्मी उसके दुर्भाग्य के हाथों में सौंप देती हैं.*

माल बिकता नहीं हो तो

*दुकान है माल पड़ा रहता है. बिकता भी नहीं , पड़ा रहता है तो जो माल पड़ा रहता है , उसे दुकान में उत्तर और पश्चिम दिशा के बीच वायव्य कोण पड़ता है उधर रख दो. तो वायव्य दिशा यानी वायु भगवान की दिशा है , तो माल वायु वेग से बिकेगा.
Astro nirmal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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