भिंड. मध्य प्रदेश के भिंड जिले में शनिवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब 150 साल पुरानी जेल की दीवारें भरभराकर गिर गईं. हादसे में 21 कैदी घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है. दोनों कैदियों को इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया. हादसे के लिए तेज बारिश वजह बताई जा रही है. इस मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही भी सामने आई है. घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर सहित सभी संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंच गए
जेलर ओपी पांडेय ने बताया कि हादसा सुबह 5:10 पर हुआ. एक सिपाही ने देखा कि बैरक नंबर 7 का प्लास्टर गिर रहा है. उसने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी और बाकी सिपाहियों को इकट्ठा किया. जैसे ही बैरक खोलना शुरू किया तो बैरक नंबर 7 पूरी तरह गिर गया. इसके बाद बैरक नंबर 2 की दीवारें भी गिर गईं. दीवारें गिरने से करीब 21 कैदी उसके नीचे दब गए. जैसे-तैसे सभी सिपाहियों को बैरक नंबर 8 में शिफ्ट किया गया. हादसे के वक्त बैरक नंबर 7 में 64 कैदी थे, जबकि जेल में कुल 255 कैदी हैं.
जेलर ने बताया कि कुछ दिनों से जेल में पानी टपक रहा था. चार दिन पहले PWD विभाग को इसकी मरम्मत के लिए पत्र भी लिखा था. लेकिन, इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जेल में इस तरह की पहले भी मरम्मत हो चुकी है. जेलर ने किसी कैजुअलटी से साफ इनकार कर दिया. जानकारी के मुताबिक, इस जेल की जगह नई जेल का प्रस्ताव किया गया था. साल 2008 से नई जेल बन रही है. इसे 2018 तक तैयार हो जाना था, लेकिन अभी तक नहीं हुई.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के भिंड में सुहागरात के पहले छत से कूदकर भागी दुल्हन, पुलिस ने पकड़ा
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