एमपी के जबलपुर में मां घर से नशीले इंजेक्शन बेचती रही, बेटा कार से घूम-घूमकर करता रहा सप्लाई

एमपी के जबलपुर में मां घर से नशीले इंजेक्शन बेचती रही, बेटा कार से घूम-घूमकर करता रहा सप्लाई

प्रेषित समय :17:00:30 PM / Tue, Aug 10th, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित राजीव नगर चेरीताल क्षेत्र से लम्बे समय से नशे का कारोबार कर रहे मां-बेटे को अब कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. महिला माया ठाकुर घर से ही नशीले इंजेक्शन बेचती रही, तो बेटा आशीष उर्फ गोलू ठाकुर कार से शहर भर में घूम-घूमकर नशीले इंजेक्शन सप्लाईकरता रहा. पुलिस ने दोनों के पास से 1035 नशीले इंजेक्शन बरामद किए है.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार राजीव नगर चेरीताल निवासी आशीष उर्फ गोलू ठाकुर द्वारा लम्बे समय से अपनी कार क्रमांक एमपी 49 सी 4435 में नशीले इंजेक्शन रखकर शहर भर में घूम-घूमकर सप्लाई करता रहा, चेरीताल क्षेत्र से खुलेआम नशे कारोबार कर रहा आशीष बीती रात कार में इंजेक्शन की खेप लेकर अधारताल के लिए रवाना हुआ, जब वह दमोहनाका चौक से आगे बढ़ा तभी पुलिस ने घेराबंदी कर कार को रोककर जांच की तो ड्राइवर की बाजू वाली सीट में डिब्बों में 550 नशीले इंजेक्शन मिले. पुलिस को पूछताछ में पता चला कि मां माया ठाकुर घर के सामने से बैठकर नशीले इंजेक्शन बेच रही है, पुलिस की एक टीम ने घर पर दबिश दी, पुलिस को देखते ही माया ठाकुर भाग निकली, जिसे पीछा करते हुए पकड़ लिया, तलाशी लेने पर माया ठाकुर के पास से ही 485 नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए. कोतवाली क्षेत्र में रहकर नशीले पदार्थो का कारोबार कर रहे मां-बेटे के पकड़े जाने से क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल बना रहा. आरोपियों को पकडऩे में एसआई संध्या तिवारी, टेकचंद शर्मा, आरक्षक संतोष, इंद्रकुमार, क्राइम ब्रांच के प्रधान आरक्षक राधेश्याम चौबे, आरक्षक ओमनारायण सिंह व अमीरचंद की सराहनीय भूमिका रही.

अवैध कारोबार, अपराधिक वारदातों का गढ़ चुका है कोतवाली क्षेत्र-

बताया जात है कि कोतवाली क्षेत्र अवैध कारोबार व अपराधिक वारदातों का गढ़ बन चुका है, जहां पर खुलेआम वारदातें हो जाती है, जिनके आरोपियों को पकडऩे में पुलिस नाकाम ही रहती है, चेरीताल क्षेत्र में हुए गोलीकांड के आरोपी अभी भी फरार है, हत्या के मामले के आरोपियों को भी डायल 100 वाहन के कर्मी ने पकड़ा, 19 लाख रुपए की चोरी का खुलासा भी क्राइम ब्रांच की टीम ने किया.  

चेकिंग के नाम पर आमजन का परेशान करना ही मूल उद्देश्य-

क्षेत्रीय लोगों से चर्चा में यह बात सामने आई है कि कोतवाली टीआई अनिल गुप्ता को अपराधों व अपराधिक वारदातों, अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने से कोई सरोकार नहीं है. थाना के सामने बैरीकेट लगाकर चेकिंग कर आमजनों को परेशान करना, व्यापारियों को दुकानें बंद कराना, चाय पान के टपरें वालों को समय से पहले बंद कराना ही ड्यूटी का मूल उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में लोगों के बीच चर्चाओं में बने रहे, चर्चाओं में बने रहने के शौकीन टीआई की कार्यप्रणाली अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई, लोगों का यहां तक कहना है कि अपराधों, अवैध कारोबारों को रोकने के बजाय, चर्चाओं में बने रहने के शौक ने कोतवाली थानाक्षेत्र को गर्त मं डाल दिया है. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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