जानिए कैसा होगा आपका वैवाहिक जीवन और जीवन साथी

जानिए कैसा होगा आपका वैवाहिक जीवन और जीवन साथी

प्रेषित समय :20:06:13 PM / Mon, Sep 27th, 2021

1. मेष:- यदि किसी कुंडली का सप्तम भाव मेष राशि का है तो उसका जीवन साथी भूमि, भवन और कई सम्पतियों का मालिक होता है. इनका वैवाहिक जीवन सुखी और समृद्धिशाली रहता है.

2. वृष:- जिनकी कुंडली के सप्तम भाव में वृष राशि स्थित  है, उनका पति सुन्दर और गुणवान होता है बृष  राशि का सप्तम भाव होने से साथी मीठा बोलने वाला और पत्नी की बात मानने वाला होता है

3. मिथुन:- यदि किसी की कुंडली में सप्तम भाव मिथुन राशि का है तो उस कन्या का पति दिखने में सामान्य, समझदार और अच्छे विचारों वाला होता है. इनका जीवन साथी चतुर व्यवसायी होता है.

4. कर्क:- जिनकी कुंडली का सप्तम भाव कर्क राशि का है, उनका जीवन साथी सुन्दर रंग रूप वाला होता है.            इनका पति घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान प्राप्त करता है.

5. सिंह:- यदि कुंडली का सातवां भाव सिंह राशि का हो तो स्त्री का पति खुद की बात मनवाने वाला होता है,लेकिन ईमानदार होता है. ईमानदारी के कारण समाज में प्रतिष्ठा मिलती है.

6. कन्या:- जिस लड़की की कुंडली के सप्तम भाव में कन्या राशि हो, उसका पति आकर्षक व्यक्तित्व वाला  और  गुणवान होता है. ऐसी लड़की का जीवन विवाह के बाद और अधिक अच्छा हो जाता है.

7. तुला:- किसी की कुंडली में सप्तम भाव तुला राशि का हो तो इस स्थान का स्वामी शुक्र है. शुक्र के प्रभाव से इनका पति शिक्षित और सुन्दर होगा. जीवन साथी हर समस्या में पत्नी का साथ देने वाला होगा.

8. वृश्चिक:- जिन लड़कियों की कुंडली का सप्तम भाव वृश्चिक राशि का है, उन्हें राशि स्वामी मंगल के प्रभाव से सुशिक्षित पति की प्राप्ति होती है. इनका जीवन साथी कठिन परिश्रम करने वाला होता है.

9. धनु:- जिस स्त्री की कुंडली में सप्तम भाव धनु राशि का है, उसका पति स्वाभिमानी होता है. ऐसी कन्या का जीवन साथी सामान्य परिवार का होता है और सामान्य जीवन व्यतीत करता है.

10. मकर:- यदि किसी लड़की की कुंडली का सप्तम भाव मकर राशि का है तो उसका जीवन साथी धार्मिक कार्यों में अधिक रूचि रखता है. इनका विश्वास दिव्य शक्तियों में अधिक रहता है.

11. कुम्भ:- यदि कुंडली का सप्तम भाव कुम्भ राशि का है तो जीवन साथी आस्थावान और सभ्य होता है. ऐसी       लड़की का वैवाहिक जीवन भी मधुर होता है और सभी सुख-सुविधाओं वाला होता है.

12 .मीन:- कुंडली का सप्तम भाव मीन राशि का होने पर स्त्री का पति गुणवान और धार्मिक होता है. ये लोग  आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं. कार्य क्षेत्र में शिखर तक पहुँचते हैं और परिवार में सम्मान पाते है.

ग्रहों के आधार पर किसी व्यक्ति का वैवाहिक जीवन कैसा होगा, इस बात की जानकारी जन्म कुंडली देखकर पता लगालगाया जा सकता है. 

आपको  कुंडली के कुछ ऐसे ही योगों के बारे में बता रहे हैं, जो व्यक्ति के विवाह और वैवाहिक जीवन से जुड़ी खास बातें बता रहे हैं. इसकी जानकारी इस प्रकार है.

1.  सप्तम भाव तथा सप्तमेश पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो व्यक्ति का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है.

2. यदि लड़के की जन्म कुंडली के सप्तम भाव में वृष या तुला राशि होती है तो उसे सुंदर पत्नी मिलती है और वैवाहिक जीवन मिला-जुला रहता है.

3. लड़की की कुंडली में चन्द्र से सप्तम स्थान पर शुभ ग्रह बुध, गुरु, शुक्र में से कोई भी हो तो उसका पति राज्य में उच्च पद प्राप्त करता है तथा धनवान होता है. ऐसी लड़की का वैवाहिक जीवन के सभी सुख भोगती है.

4. जब सप्तमेश सौम्य ग्रह होता है तथा स्वग्रही होकर सप्तम भाव में ही उपस्थित होता है तो व्यक्ति को सुंदर और सौभाग्यशाली पत्नी प्राप्त होती है. इनका वैवाहिक जीवन भी अच्छा बीतता है.

5 जब सप्तमेश सौम्य ग्रह होकर भाग्य भाव में होता है तो व्यक्ति को सुंदर पत्नी प्राप्त होती है और विवाह के बाद भी व्यक्ति का भाग्योदय भी होता है.

6  जिस लड़की की जन्मकुंडली के लग्न में चन्द्र, बुध, गुरु या शुक्र ग्रह होता है, उसे धनवान पति प्राप्त होता है, लेकिन उसका वैवाहिक जीवन निम्न होता है.

7  जिस लड़की की जन्मकुंडली के लग्न में गुरु उपस्थित हो तो उसे सुंदर, धनवान, बुद्धि मान पति व श्रेष्ठ संतान मिलती है.

8 कन्या की जन्मकुंडली में चन्द्र से सप्तम स्थान पर शुभ ग्रह बुध, गुरु, शुक्र आदि में से कोई उपस्थित हो तो उसका पति राज्य में उच्च पद प्राप्त करता है तथा उसे सुख व वैभव प्राप्त होता है.

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Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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