कांग्रेस का सवाल : 21 हजार करोड़ का ड्रग्स आखिर आया कहां से? हाई लेवल इंक्वायरी जरूरी

कांग्रेस का सवाल : 21 हजार करोड़ का ड्रग्स आखिर आया कहां से? हाई लेवल इंक्वायरी जरूरी

प्रेषित समय :17:14:39 PM / Tue, Sep 28th, 2021

रायपुर. कांग्रेस ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर हाल ही में मिले ड्रग्स के बड़े कंसाइनमेंट मामले में केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. सोमवार को रायपुर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने इस पूरे मामले में हाई लेवल जांच की मांग की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा हम चाहते हैं इस पूरे मामले की जांच हो. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह दुनिया में अवैध मादक पदार्थों की सबसे बड़ी जब्ती हो सकती है और इसके बावजूद सरकार ने चुप्पी साध रखी है. विपक्षी पार्टी ने इससे निपटने के लिए, खासकर अफगानिस्तान से आने वाली ड्रग्स को लेकर उठाए जा रहे कदमों पर भी केंद्र को घेरा और कई सवाल उठाए.

कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने आगे कहा कि 3 हजार किलो हेरोइन जब्ती, न केवल भारत, बल्कि दुनिया में सबसे बड़ी अवैध ड्रग्स होनी चाहिए. यह कैसे आई? सरकार और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो क्या कर रहे थे? पिछले कुछ महीनों में भारत में मादक पदार्थों की तस्करी में काफी वृद्धि हुई है और यह कुछ वर्षों से चल रहा है, जो देश के युवाओं को तबाह कर सकता है. हम चाहते हैं कि तत्काल केंद्र की सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच करवाए, देशभर में अभियान चलाकर माफिया को पकड़ा जाए, नहीं तो हम मानेंगे कि केंद्र सरकार से मिलीभगत करके नशे का कारोबार देश में चलाया जा रहा है.

राजीव शुक्ला ने बताया कि बीते सप्ताह पकड़े गए इस ड्रग्स के मामले में क्या कार्रवाई हुई, किसने ये कंसाइनमेंट मंगवाया कुछ पता नहीं चल रहा. पिछले साल बॉलीवुड के लोगों के पास से ड्रग्स मिलने के मामले में हर दिन नारकोटिक्स वाले कार्रवाई कर रहे थे. लोगों को पकड़ रहे थे. बाद में वहां भी क्या हुआ कुछ पता नहीं चला. अब यहां इतनी बड़ी खेप को पकड़ में आने के बाद क्या नारकोटिक्स वाले सो रहे हैं. ये खेप अफगानिस्तान से टेलकम पाउडर के नाम पर भेजी गई, कौन इसके पीछे है भारत सरकार की एजेंसियों को पता लगाना चाहिए, मगर कोई कार्रवाई ही नहीं हो रही .

अब तक सामने आए तथ्यों के मुताबिक गुजरात में मिले ड्रग्स की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में 21 हजार करोड़ रुपए आंकी गई है. ये कंसाइनमेंट अफगान से आया. वहां तालिबानियों का कब्जा है. राजीव शुक्ला ने कहा कहीं ऐसा तो नहीं कि यहां से पैसा उन्हें दिया गया हो वो इस पैसे का इस्तेमाल कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में कर रहे हो. दूसरी तरफ इतनी बड़ी तादाद में देश में ड्रग्स खपाया जाएगा तो युवा वर्ग नशे की लती हो होगा. देश की युवा जड़ों को कमजोर करने की यह बड़ी साजिश है.

राजीव शुक्ला ने इस पूरे मामले में किसी उद्योग घराने के शामिल होने पर सवाल किया गया. उन्होंने इसके जवाब में कहा कि मैं यहां राजनीतिक रोटी सेंकने नहीं आया. मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रहा. मैं चाहता हूं कि भारत सरकार जांच तो करे, ताकि इसके पीछे कौन है ये पता लगे. चुपचाप इस मामले को ढकने से काम नहीं चलेगा. हम इस सामाजिक मुद्दे को उठा रहे हैं. ड्रग्स देश के लिए बड़ी समस्या है. लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा उन्हें भी पता तो चले कि कौन लोग इसके पीछे हैं. सरकार की बड़ी-बड़ी एजेंसियों को जांच करके माफिया तक पहुंचना चाहिए. पत्रकारों से बातचीत के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम भी मौजूद थे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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