-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत किया जाता है.
* देवों के देव महादेव जब प्रसन्न होते हैं तो समस्त दोष समाप्त कर परम प्रसन्नता, श्रेष्ठतम सुख प्रदान करते हैं!
* प्रदोष के दिन प्रातःकाल पवित्र स्नान करके भगवान भोलेनाथ की बेलपत्र, गंगाजल, अक्षत, धूप, दीप से पूजा करें.
* दिनभर निराहार रहकर सायंकाल पवित्र स्नान करने के बाद श्वेत कपड़ों में शांत मन से भगवान शिव का पूजन किया जाता है.
* प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार के दोष मिट जाते हैं.
* इस व्रत के प्रमुख देवता शिव हैं लेकिन उनके साथ-साथ शिव परिवार की आराधना विषेष फलदायी मानी जाती है.
* सोमवार के दिन प्रदोष व्रत करने से सर्व मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. कुसंगति से बचें. कारोबार में वृद्धि होगी. निवेशादि शुभ रहेंगे. रोजगार में वृद्धि होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. किसी बड़े काम में हाथ डाल पाएंगे.
वृष राशि:- राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है. आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी. निवेश शुभ रहेगा. नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. आय में वृद्धि होगी. समय की अनुकूलता मिलेगी. आलस्य हावी रहेगा. घर में सुख-शांति रहेगी. लाभ होगा.
मिथुन राशि:- रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा. प्रसन्नता तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे. कारोबार लाभदायक रहेगा. भाइयों से सहयोग मिलेगा. कुसंगति से हानि होगी. नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी. जल्दबाजी न करें. जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें.
कर्क राशि:- धन नहीं मिलने से निराशा रहेगी. हल्की हंसी-मजाक करने से बचें. नौकरी में अधिकारी अधिक की अपेक्षा करेंगे. मातहतों का साथ नहीं मिलेगा. थकान रहेगी. व्यवसाय-व्यापार से मनोनुकूल लाभ होगा. बुरी खबर प्राप्त हो सकती है. मेहनत अधिक होगी. लाभ के अवसर टलेंगे.
सिंह राशि:- पुराने साथियों तथा रिश्तेदारों से मुलाकात सुखद रहेगी. अच्छे समाचार प्राप्त होंगे. मान बढ़ेगा. किसी नए उपक्रम को प्रारंभ करने पर विचार होगा. लंबी यात्रा की इच्छा रहेगी. व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. जल्दबाजी न करें.
कन्या राशि:- सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. धन प्राप्ति सु्गम होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नौकरी में सभी काम समय पर होने से प्रशंसा प्राप्त होगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. पारिवारिक चिंताओं में कमी होगी.
तुला राशि:- योजना फलीभूत होगी. कार्यपद्धति में सुधार होगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. मेहनत सफल रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. मान-सम्मान मिलेगा. कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा. शेयर मार्केट में जल्दबाजी से बचें. विवेक का प्रयोग करें. भाग्य का साथ मिलेगा. वरिष्ठ व्यक्तियों का मार्गदर्शन मिलेगा.
वृश्चिक राशि:- अध्यात्म में रुचि रहेगी. किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का मौका हाथ आएगा. सुख-शांति बने रहेंगे. कारोबार मनोनुकूल चलेगा. मित्रों का सहयोग लाभ में वृद्धि करेगा. लंबित कार्य पूर्ण होंगे. निवेश शुभ रहेगा. प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. प्रमाद न करें.
धनु राशि:- वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें. वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें. किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं. कारोबार से लाभ होगा. निवेश में जल्दबाजी न करें. आय बनी रहेगी. थकान व कमजोरी रह सकती है. अज्ञात भय रहेगा. अनहोनी की आशंका रहेगी.
मकर राशि:- काम में मन नहीं लगेगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. आय में निश्चितता रहेगी. परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी. इच्छाशक्ति प्रबल करें. फालतू खर्च होगा. शत्रुओं से सावधानी आवश्यक है. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. कोई भी निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें. वाणी पर नियंत्रण रखें.
कुम्भ राशि:- डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है. यात्रा मनोनुकूल रहेगी. नए काम हाथ में आएंगे. कारोबारी वृद्धि से प्रसन्नता रहेगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. अज्ञात भय रहेगा. पारिवारिक सहयोग से प्रसन्नता रहेगी. जल्दबाजी न करें.
मीन राशि:- नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा. परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी. यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी. नए काम मिल सकते हैं. कार्य से संतुष्टि रहेगी. प्रसन्नता तथा उत्साह का वातावरण बनेगा. कारोबार लाभदायक रहेगा. निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे. जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें. प्रमाद से बचें.
*आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- सोमवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- अमृत पहला- चर
दूसरा- काल दूसरा- रोग
तीसरा- शुभ तीसरा- काल
चौथा- रोग चौथा- लाभ
पांचवां- उद्वेग पांचवां- उद्वेग
छठा- चर छठा- शुभ
सातवां- लाभ सातवां- अमृत
आठवां- अमृत आठवां- चर
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
सोमवार, 4 अक्टूबर , 2021
त्रयोदशी श्राद्ध
प्रदोष व्रत
मासिक शिवरात्रि
शक सम्वत1943 प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टा / गत्ते18
मास आश्विन
दिन काल11:48:53
तिथित्रयोदशी - 21:07:41 तक
नक्षत्रपूर्वा फाल्गुनी - 26:36:01 तक
करणगर - 09:54:56 तक, वणिज - 21:07:41 तक
पक्ष कृष्ण
योगशुभ - 14:10:44 तक
सूर्योदय06:15:18
सूर्यास्त18:04:12
चन्द्र राशिसिंह
चन्द्रोदय28:48:00
चन्द्रास्त17:03:00
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:35 ए एम से 12:22 पी एम
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल पूर्व
नक्षत्र शूल उत्तर - 02:36 ए एम, अक्टूबर 05 से पूर्ण रात्रि तक
चन्द्र वास पूर्व
राहु वास उत्तर-पश्चिम
* कर्पूरगौरं करुणावतारं...
https://www.youtube.com/watch?v=G4Hk3q5VVbw
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-इस नवरात्रि बनाएं व्रत वाला पुलाव, ये है आसान रेसिपी
तिथियों से जुड़े हुए हैं व्रत त्योहार
संतान की लंबी आयु के लिए जितिया व्रत की टाइमिंग को लेकर पंचांग एकमत नहीं!
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