-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* देवी दुर्गा के नौ रूप हैं, जिनकी नवरात्रि में पूजा-अर्चना की जाती है.
* प्रथम स्वरूप- देवी शैलपुत्री हैं, जिनकी नवरात्रि के पहले दिन पूजा-अर्चना की जाती है.
* पर्वतराज हिमालय पुत्री स्वरूप होने के कारण इन्हें माता शैलपुत्री पुकारा जाता है.
* वृषभ-स्थिता माता शैलपुत्री के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है.
* ॐ देवी शैलपुत्र्यै नम: ...मंत्र के साथ देवी को प्रिय चमेली का फूल अर्पित करें, देवी जीवन के अंधकार को दूर कर जीवन में सफलता के लिए प्रकाश प्रदान करेंगी.
* मन के कारक चन्द्रदेव की प्रसन्नता और मानसिक शांति के लिए नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करें.
* वैसे तो नवरात्रि के व्रत-पूजन से जीवन में सुख-समृद्धि-सफलता आती है लेकिन कर्क राशि के जो श्रद्धालु यदि सभी दिन व्रत नहीं कर सकें तो उन्हें नवरात्रि के पहले दिन का व्रत रख कर जीवन में सुख-समृद्धि-सफलता के लिए देवी शैलपुत्री की आराधना करनी चाहिए.
* नवरात्रि पर पूजा-अर्चना-घटस्थापना अपने क्षेत्र के धर्मगुरु के निर्देशानुसार करें.
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज विवाह की बात आगे बढ़ सकती है. अनावश्यक क्रोध से बचें. चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे. नए वस्त्र, आभूषण खरीदने का मन बनेगा. प्रवास संभव.
वृष राशि:- आज साथी से वैचारिक मतभेद उत्पन्न होगा. प्रेम में असफलता प्राप्त हो सकती है. अपनी व्यापारिक योजनाअों को गुप्त रखें. धोखे की आशंका है. पत्नी की सलाह काम आ सकती है. वाणी माधुर्य का लाभ लें.
मिथुन राशि:- आज भाग्य का साथ मिलेगा एवं अटके कार्यों में गति आएगी. लाभ में वृद्धि होगी. परिवार में सुख का वातावरण रहेगा. धर्म कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी. परिवार के साथ धार्मिक यात्रा सुखद रहेगी.
कर्क राशि:- आज आपसी लड़ाई झगड़ा कोर्ट तक पहुंच सकता है. मित्रों के साथ मनोरंजक यात्रा हो सकती है. सरकारी कार्य गति पकड़ेंगे. परिवार में वृद्धजनों की सेहत की चिंता हो सकती है.
सिंह राशि:- आज दिनचर्या अस्तव्यस्त रहेगी. आलस्य व थकान का अनुभव करेंगे. वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं. किराएदार से विवाद हो सकता है. परिवार में कोई धार्मिक आयोजन हो सकता है. पूजा पाठ से तनाव दूर होगा.
कन्या राशि:- आज अपने क्रोध व आवेश पर नियंत्रण रखें. कुछ साहसी फैसलों के कारण सफलता मिल सकती है. भाई बहन के मध्य प्रेम बढ़ेगा. आय व्यय का संतुलन बना रहेगा. सिरदर्द की समस्या हो सकती है.
तुला राशि:- आज धन कमाने के उचित अवसर मिलेंगे. वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं. निवेश सोच समझकर करें. किसी अप्रिय घटना का सामना करना पड़ेगा. स्वभाव चिड़चिड़ा रहेगा. यात्रा टालें.
वृश्चिक राशि:- आज संयमित खानपान रखें. अधिक जल का सेव करें. कोई धार्मिक अनुष्ठान या पूजा करने की योजना बनेगी. वाहन सुख मिलेगा. यात्रा से अर्थ लाभ हो सकता है.
धनु राशि:- आज थकावट व चिंता रह सकती है. खानपान का शौक सेहत खराब कर सकता है. दैनिक कार्य आसानी से हो जाएंगे. परिवार का सभी कार्यों में सहयोग मिलेगा. पत्नी को उपहार दे सकते हैं.
मकर राशि:- आज बुरी आदतों से दूर रहें. आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी. परिवार के साथ किसी तीर्थस्थल पर जा सकते हैं. मेहमानों का आगमन होगा. सरकारी कर्मचारी को लाभ की संभावना है.
कुम्भ राशि:- आज आय की स्थिति बेहतर बनेगी. वैवाहिक जीवन सुखमय होगा. विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता मिलेगी. नए संपर्कों का लाभ मिलेगा. मित्रों के साथ भ्रमण, मनोरंजन में समय बीते
मीन राशि:- आज लंबे समय से रुके कार्य गति पकड़ेंगे. भेंट व मुलाकातों का दौर जारी रहेगा. जीवनसाथी के साथ समस्या साझा कर सकते हैं. सरकारी कर्मचारियों को लाभ की संभावना है. यात्रा टालें.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- गुरुवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ पहला- अमृत
दूसरा- रोग दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग तीसरा- रोग
चौथा- चर चौथा- काल
पांचवां- लाभ पांचवां- लाभ
छठा- अमृत छठा- उद्वेग
सातवां- काल सातवां- शुभ
आठवां- शुभ आठवां- अमृत
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- पंचांग-
गुरुवार, 7 अक्टूबर, 2021
शारदीय नवरात्रि घटस्थापना, आश्विन नवरात्रि
शक सम्वत1943 प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टा / गत्ते21
मास आश्विन
दिन काल11:43:49
तिथि प्रतिपदा - 13:49:01 तक
नक्षत्रचित्रा - 21:13:38 तक
करणबव - 13:49:01 तक, बालव - 24:20:36 तक
पक्ष शुक्ल
योगवैधृति - 25:39:04 तक
सूर्योदय06:16:56
सूर्यास्त18:00:46
चन्द्र राशि कन्या - 10:18:27 तक
चन्द्रोदय06:56:00
चन्द्रास्त18:48:59
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:34 ए एम से 12:21 पी एम
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल दक्षिण
चन्द्र वास दक्षिण - 10:18 ए एम तक
पश्चिम - 10:18 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास दक्षिण
नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं....
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-आज का दिन: मंगलवार 5 अक्टूबर 2021, मासिक शिवरात्रि पर शिवोपासना करें, चतुर्दशी श्राद्ध नहीं करें!
आज का दिन: सोमवार 4 अक्टूबर 2021, सोम प्रदोष व्रत से सर्व मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं!
आज का दिन: रविवार 3 अक्टूबर 2021, एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में नहीं होता है!
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