आज का दिन: शनिवार 9 अक्टूबर 2021, गणेश चतुर्थी.... गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते!

आज का दिन: शनिवार 9 अक्टूबर 2021, गणेश चतुर्थी.... गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते!

प्रेषित समय :21:12:27 PM / Fri, Oct 8th, 2021

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी  
* विनायक चतुर्थी के अवसर पर श्री गणेश की आराधना जीवन में विजय की पताका फहराती है. इस दिन सच्चे मन से भगवान श्री गणेश की पूजा करें, लडुवन का भोग लगाएं, श्री गणेश कृपा की कामना के साथ दूब अर्पित करें, सामर्थ्य के अनुसार व्रत करें और संभव हो तो दान-पुण्य करें, कथा सुने..जीवन सफल हो जाएगा! 
* श्रीगणेश पूजा में शुद्ध भावना का विशेष महत्व है, इसलिए पवित्र मन से प्रार्थना करें, श्रीगणेश की शुभ दृष्टि जीवन की सारी बाधाएं दूर करेगी...
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय, लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय.
नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय, गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते..
विघ्नों को दूर करनेवाले, वरदान देनेवाले, देवताओं के प्रिय, बड़े उदरवाले, सर्वजगत की रक्षा करनेवाले, हाथी सदृश्य मुखवाले, वेद और यज्ञ के आभुषण, देवी पार्वती के पुत्र, ऐसे हैं गणों के स्वामी श्रीगणेश, आपको नमस्कार हो, नमस्कार हो!
* जब हम कोई कार्य करते हैं तो उसका उद्देश्य होता है- विजय. जीवन में व्यक्ति हर समय विजय प्राप्त करने के लिए प्रयास करता है लेकिन विघ्न, विजय की राह में बाधा बनते हैं...विनायक की आराधना समस्त विघ्नों को समाप्त करती है और इसका सबसे अच्छा अवसर होता है हर माह की विनायक चतुर्थी! हर माह में शुक्ल पक्ष की, अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है, जबकि पूर्णिमा के बाद आने वाली यानी कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं. 
* विनायक चतुर्थी का पूजा-पर्व भगवान श्रीगणेश को समर्पित है. विनायक चतुर्थी का व्रत हर महीने होता है लेकिन सबसे मुख्य विनायक चतुर्थी का व्रत भाद्रपद के महीने में होता है. संपूर्ण विश्व में इसे गणेश चतुर्थी यानी भगवान गणेशजी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. 
॥ श्री गणेश जी की आरती ॥
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥
एकदन्त दयावन्त,चार भुजाधारी.
माथे पर तिलक सोहे,मूसे की सवारी॥
पान चढ़े फूल चढ़े,और चढ़े मेवा.
लड्डुअन का भोग लगे,संत करें सेवा॥
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥
अँधे को आँख देत,कोढ़िन को काया.
बांझन को पुत्र देत,निर्धन को माया॥
सूर श्याम शरण आए,सफल कीजे सेवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥

- आज का राशिफल -

मेष राशि:- आज उपलब्धियों को करीबियों के संग साझा कर सकते हैं. घर परिवार में मंगलमय वातावरण बना रहेगा. कार्यक्षेत्र में सभी सहयोगी होंगे. जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएं. दिन उत्तम.

वृष राशि:- आज  भाग्य पक्ष की प्रबलता का लाभ उठायें. आपको अनदेखा करना कठिन होगा. सक्रियता और समझ से सब प्रभवित रहेंगे. ईश्वर को धन्यवाद देना न भूलें. धर्म मनोरंजन में रुचि लेंगे.

मिथुन राशि:- आज  जिन लोगों में जितना अधिक दया भाव होता है उन्हें उतना ही अधिक स्नेह और आदर मिलता है. अनुशासन पर जोर दें. गोपनीयता और गरिमा का ख्याल रखें. दिन सामान्य फलकारक.

कर्क राशि:- आज  निजी प्रयासों में बेहतर रहेंगे. स्थायित्व को बल मिलेगा. मित्रों से भेंट होगी. लाभ के अवसर बढ़ेंगे. दाम्पत्य में सुख सौख्य बना रहेगा. साझा कोशिशों को बल मिलेगा. दिन शुभकारक.

सिंह राशि:- आज  पहले मेहनत करना होती है तब लाभ की प्राप्ति होती है. पेशेवरता पर जोर देने की जरूरत है. स्वयं पर भरोसा रखें. व्यर्थ के प्रलोभनों से बचें. दिन सामान्य फलकारक.

कन्या राशि:- निसंकोच आगे बढ़ें. परिस्थितियां सकारात्मक रहेंगीं. भेंट मुलाकात में रूचि रहेगी. आस्था और विश्वास से स्वयं को आगे रखेंगे. पठन पाठन में रुचि बढ़ेगी. प्रतिस्पर्धा में अच्छा करेंगे. दिन शुभ.

तुला राशि:- आज  सुख की चाहत रखें और उसमें सब की हिस्सेदारी का भी ध्यान रखें. स्वार्थपरता से कोई कार्य न करें. असहजता अनुभव कर सकते हैं. दिन सामान्य फलकारक.

वृश्चिक राशि:- आज  साहस पराक्रम बढ़ा हुआ रहेगा. सामाजिक गतिविधियों में रुचि रहेगी. दुनिया से वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप अपने लिए चाहते हैं. शुभता को बढ़ावा मिलेगा. सक्रिय रहें.

धनु राशि:- आज अपनों का सहयोग-समर्थन बना रहेगा. जिम्मेदारी को बखूबी निभाएं. किसी के प्रति पूर्वाग्रह न रखें. निर्णय क्षमता बढ़ेगी. अच्छे होस्ट बने रहेंगे. दिन शुभकारक. दिनचर्या अनुशासित रखें.

मकर राशि:- आज  सहज सुखद वातावरण में स्वयं को उत्साही और ऊर्जावान अनुभव करेंगे. नए लोगों से मिलना और मित्र बनाना भायेगा. पूछपरख बढेगी. दिन मंगलकारक. बड़ी सोच रखें.

कुम्भ राशि:- आज  कार्यों में व्यस्तता भी सुखदायक होती है. कामकाज में आधिकारिक समय देने की सोच रखें. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. खर्च बढ़ा हुआ रहेगा. दिन सामान्य फलकारक.

मीन राशि:- आज  कारोबारी चर्चाओं में बेहतर रहेंगे. महत्वपूर्ण कार्यों के लिए पत्राचार पर जोर दें. लाभ का प्रतिशत अच्छा रहेगा. संपर्क और मेलजोल में रूचि रहेगी. प्रेम में सफलता. दिन श्रेष्ठ.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 

*यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

 शनिवार का चौघडिय़ा 
दिन का चौघडिय़ा       रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल              पहला- लाभ
दूसरा- शुभ              दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग              तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग             चौथा- अमृ
पांचवां- चर               पांचवां- चर
छठा- लाभ                छठा- रोग
सातवां- अमृत            सातवां- काल
आठवां- काल             आठवां- लाभ

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग   
शनिवार, 9 अक्टूबर, 2021
  विनायक चतुर्थी
शक सम्वत1943   प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टा / गत्ते23
मास आश्विन
दिन काल11:40:28
तिथितृतीया - 07:51:05 तक, चतुर्थी - 28:57:28 तक
नक्षत्रविशाखा - 16:47:46 तक
करणगर - 07:51:05 तक, वणिज - 18:23:05 तक
पक्ष शुक्ल
योगप्रीति - 18:28:47 तक
सूर्योदय06:18:03
सूर्यास्त17:58:33
चन्द्र राशितुला - 11:20:14 तक
चन्द्रोदय09:11:59
चन्द्रास्त20:11:00
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:34 ए एम से 12:21 पी एम
अग्निवास पृथ्वी - 04:55 ए एम, अक्टूबर 10 तक, आकाश
दिशा शूल पूर्व
चन्द्र वास पश्चिम - 11:20 ए एम तक
उत्तर - 11:20 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास पूर्व
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

तिथियों और नक्षत्रों के देवता तथा उनके पूजन का फल

श्रावण शनिवार को नृसिंह, शनि तथा अंजनीपुत्र हनुमान का पूजन करना चाहिए

लक्ष्मी और नारायण का साथ पूजन करने से पति-पत्नी के बीच रिश्ते सुधर जाते

वट सावित्री व्रत 10 जून 2021 को, जानिए पूजन विधि के साथ शुभ मुहूर्त

शुक्र और सूर्य की युति किसी भी भाव में हो तो जातक को दुर्गा पूजन लाभदायक होगा

Leave a Reply