कोविड के बाद बढ़ गए गठिया के रोगी, ऐसे करें गठिया रोग से बचाव

कोविड के बाद बढ़ गए गठिया के रोगी, ऐसे करें गठिया रोग से बचाव

प्रेषित समय :11:41:17 AM / Wed, Oct 13th, 2021

हाल ही में हुए कुछ शोध में बताया गया है कि कोविड के बाद गठिया के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है. यह बीमारी बुजुर्गों के अलावा युवाओं को भी हो रही है. डॉक्टरों का कहना है कि यदि समय पर इलाज लिया जाए तो इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है.

इंडियन स्पाइनल इंजरीज सेंटर के रुमेटोलॉजी विभाग के डॉक्टर ने बताया कि गठिया रोग प्यूरिन नामक प्रोटीन के मेटाबोलिज्म की वजह से होता है. खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है. व्यक्ति कुछ देर के लिए बैठता या फिर सोता है तो यही यूरिक एसिड जोड़ों में इकट्ठा हो जाते हैं, जो अचानक चलने या उठने में तकलीफ देते हैं. गठिया रोग आमतौर पर महिलाओं में सबसे अधिक देखने को मिलता है. कुछ मामलों में ऐसे मरीज जिनको पहले से इस रोग की शिकायत थी उनको अधिक परेशानी देखी जा रही है. डॉ. संजीव के मुताबिक, जोड़ों में दर्द गठिया रोग का सबसे प्रमुख लक्षण है. अगर सुबह उठने पर शरीर में अकड़न या दर्द की शिकायत रहती है तो डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए. समय रहते इलाज करवाया जाए तो जल्द ही मरीज इस बीमारी से निजात पा सकता है.

कोविड के बाद अर्थराइटिस बीमारी के मरीज काफी बढ़ गए हैं. इन रोगियों का काफी समय तक उपचार चल रहा है. पोस्ट कोविड परेशानियों में भी लोगों को जोड़ो में दर्द की परेशानी हो रही है. पहले अर्थराइटिस बुजुर्गों को अधिक होता था, लेकिन अब युवा भी इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं. इसका कारण यह है कि पिछले दो सालों में लोगों की दिनचर्या से लेकर खानपान में काफी बदलाव आया है. शरीर पर ध्यान न देने के कारण यह समस्या बढ़ रही है.

यह हैं प्रारंभिक लक्षण

दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के डॉक्टर विकास कुमार के मुताबिक, अर्थराइटिस रोग से पीड़ित मरीजों में प्रारंभिक लक्षण में हाथ और पैरों के जोड़ों में सूजन और दर्द देखने को मिलते हैं. अगर शरीर में अकड़न और चलने फिरने में परेशानी होती रहती है तो यह भी अर्थराइटिस का लक्षण है. यह दिखाई देने पर तुरंत जांच करवाना जरूरी होता है. यदि समय पर मरीज अपना इलाज नहीं करवाते है तो यह परमानेंट गठिया रोग में तब्दील हो जाता है. लापरवाही बरतने से घुटना, कूल्हा आदि इंप्लांट करने तक की नौबत आ जाती है.

ऐसे करें गठिया रोग से बचाव

डॉक्टर विकास ने बताया कि संतुलित आहार लेने से गठिया रोग से निजात मिल सकती है. अपनी दिनचर्या को नियमित रखना जरूरी है, इसमें गैप खतरनाक हो सकता है. खाने-पीने से लेकर सोने-जगने सब नियमित होना चाहिए. अगर अर्थराइटिस का कोई भी लक्षण नजर आ रहा है तो तुरंत डॉक्टरों की सलाह लेकर इलाज़ शुरू कर देना चाहिए. इनके अलावा योग और आसन करने से भी इस बीमारी से निजात मिलता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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