चीन ने लॉन्च की हाइपरसोनिक मिसाइल, ध्वनि की गति से पांच गुना तेज रफ्तार

चीन ने लॉन्च की हाइपरसोनिक मिसाइल, ध्वनि की गति से पांच गुना तेज रफ्तार

प्रेषित समय :10:45:36 AM / Sun, Oct 17th, 2021

चीन अंतरिक्ष को लेकर अपनी महत्वकांक्षाओं को दिखाता रहा है. ऐसे में एक बार फिर ड्रैगन ने अंतरिक्ष को लेकर अपने मंसूबों को दिखाया है. फाइनेंशियल टाइम्स की शनिवार की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने हाइपरसोनिक मिसाइल को लॉन्च किया. ये मिसाइल परमाणु क्षमता वाली मिसाइल है. इस लॉन्च की जानकारी रखने वाले कई सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में जानकारी दी गई है.

रिपोर्ट में कहा गया, बीजिंग ने अगस्त में एक परमाणु-सक्षम मिसाइल लॉन्च की, जिसने अपने लक्ष्य की ओर उतरने से पहले लो ऑर्बिट में पृथ्वी का चक्कर लगाया. तीन अन्य सूत्रों ने कहा कि ये मिसाइल अपने टार्गेट से 32 किलोमीटर तक दूर गई. फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा कि हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल को लॉन्च मार्च रॉकेट से लॉन्च किया गया. चीन द्वारा किए जाने वाले परीक्षणों की जानकारी को सार्वजनिक कर दिया जाता है. मगर अगस्त में हुई लॉन्चिंग को गुप्त रखा गया.

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हाइपरसोनिक हथियारों पर चीन की प्रगति ने अमेरिकी खुफिया एजेंसियों  को आश्चर्यचकित कर दिया. चीन के अलावा अमेरिका, रूस और कम से कम पांच अन्य देश हाइपरसोनिक तकनीक पर काम कर रहे हैं. हाइपरसोनिक मिसाइलें पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइलों की तरह परमाणु हथियार पहुंचा सकती हैं. इनकी रफ्तार ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक होती है.

बैलिस्टिक मिसाइलें अपने टारगेट तक पहुंचने के लिए एक आर्क में अंतरिक्ष में ऊंची उड़ान भरती हैं, जबकि हाइपरसोनिक वायुमंडल में लो ट्रेजेक्टरी पर उड़ान भरती है. यही वजह है कि ये अधिक तेज रफ्तार से अपने टारगेट तक पहुंचती है. हाइपसोनिक मिसाइल की एक सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसके पास दुश्मन के रडार से बचने के कई उपाय हैं. जैसे ये अपनी रफ्तार को बहुत कम कर सकती है. इससे इसे ट्रैक करना और बचना मुश्किल हो जाता है. ये कुछ सबसोनिक क्रूज मिसाइल की तरह काम करने लगती है.

अमेरिका जैसे देशों ने क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव के लिए डिजाइन किए गए सिस्टम विकसित किए हैं. लेकिन हाइपरसोनिक मिसाइल को ट्रैक करने और इस मारे गिराने की क्षमता हासिल करना अभी एक सवाल बना हुआ है. यूएस कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन हाइपरसोनिक और अन्य तकनीकों में अमेरिकी बढ़त से बचाव के लिए इसे महत्वपूर्ण मानता है. यही वजह है कि चीन हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी को आक्रामक रूप से विकसित कर रहा है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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