जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बैंक और रेलवे के नाम पर लोगों को बहुत ज्यादा ठगा जा रहा है. इनके नाम पर लोग धोखाधड़ी कर रहे हैं और यह खबरें भी आम हो गई हैं. कई मामले तो ऐसे भी देखे गए हैं जिसमें अनजान नंबर से आने वाले फोन को लोग रिसीव ही नहीं करते हैं. लेकिन जो कॉल उठा लेते हैं वो ज्यादातर हैकर्स के झांसे में फंस जाते हैं. इसी परेशानी को देखते हुए भारतीय रेलवे और Truecaller ने हाथ मिला लिया है. इसके तहत Truecaller कॉल की पुष्टि करेगा और उनकी पहचान भी करेगा. साथ ही उन लोगों को यह आश्वासन दिलाएगा कि धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी. साथ ही आपकी बुकिंग डिटेल्स और पीएनआर स्थिति जैसे महत्वपूर्ण मैसेजेज या कम्युनिकेशन IRCTC द्वारा ही किए जा रहे हैं या नहीं, इसकी जानकारी भी यूजर्स को दी जाएगी.
लाखों भारतीयों द्वारा लगभग हर दिन इंटीग्रेटेड राष्ट्रीय रेलवे हेल्पलाइन 139 को अब Truecaller Business Identity Solutions द्वारा सत्यापित किया गया है. 139 हेल्पलाइन पर कॉल करते समय लोगों को अब हरे रंग का वेरिफाइड बिजनेस बैज लोगो दिखाई देगा.
इसके अलावा वेरिफाइड एसएमएस मैसेज हेडर से यह भी पता चलेगा कि ग्राहकों के पास जो IRCTC से बुकिंग और अन्य ट्रैवल डिटेल्स भेजी जा रही हैं वो पूरी तरह से वेरिफाइड है. इस प्रकार, Truecaller पर वेरिफाइड टिक मार्क आइकन भारतीय रेलवे के ब्रांड नाम और प्रोफाइल फोटो के पास दिखाई देगा. यह एक सिक्योयर्ड यूजर एक्सपीरियंस उपलब्ध कराएगा और धोखाधड़ी की संभावना को कम करेगा.
Truecaller के साथ पार्टनरशिप पर टिप्पणी करते हुए आईआरसीटीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रजनी हसीजा ने कहा, “हमें इस नई पहल पर ट्रूकॉलर के साथ काम करने की बेहद खुशी है. इस पार्टनरशिप के माध्यम से हमने ट्रूकॉलर के साथ तकनीकी सहयोग पर काम किया है और आईआरसीटीसी के कम्युनिकेशन चैनल्स को ग्राहकों के लिए ज्यादा मजबूत, विश्वसनीय और सुरक्षित बनाने में एक कदम आगे बढ़ाया है. इससे हमारे ग्राहकों का हम पर विश्वास बढ़ता है. ”
प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की वाइड रेंज के बीच IRCTC इंटीग्रेटेड रेलवे हेल्पलाइन 139 को भी मैनेज करती है जिसका इस्तेमाल लाखों लोग प्रतिदिन करते हैं. इसका इस्तेमाल ट्रेन से संबंधित पूछताछ के लिए किया जाता है. IRCTC ने वर्ष 2007 में भारत बीपीओ सर्विसेज लिमिटेड के साथ प्रोजेक्ट शुरू किया था और तकनीकी भागीदार के रूप में 139 पूछताछ और हेल्पलाइन सर्विस शुरू की थी.
ट्रूकॉलर इंडिया के प्रबंध निदेशक ऋषि झुनझुनवाला ने कहा, “ट्रूकॉलर फॉर बिजनेस के पास पहले से ही सैकड़ों एंटरप्राइजेज हैं जो सही कम्युनिकेशन को चलाने के लिए विश्व स्तर पर हमारे सॉल्यूशन्स का उपयोग कर रहे हैं. हम इस पहल पर IRCTC के साथ काम करने को लेकर बहुत उत्साहित हैं. हम कम्युनिकेशन में विश्वास बढ़ाने और डिजिटल इंडिया जर्नी को सपोर्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सरकार के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ”
कैसे करेंगे वेरिफाई?
भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी IRCTC एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो ट्रेन से यात्रा करने की योजना बनाने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए शुरुआती बुकिंग और इंफॉर्मेशन उपलब्ध कराती है. IRCTC के अनुसार रेलवे हेल्पलाइन 139 पर जब को यात्री कॉल करता है तो उसे ट्रेन से संबंधित सभी जानकारी मिल जाती है. यहां पर ट्रेन रिजर्वेशन, अराइवल और डिपार्चर की जानकारी के लिए हर रोज लगभग दो लाख से ज्यादा कॉल आती हैं. हालांकि, इसके जरिए भी लोग धोखाधड़ी में फंस जाते हैं. ऐसे में इस नंबर पर एक ग्रीन कलर का वैरिफाइड बिजनेस बैज दिया जाएगा. यह केवल उन्हें दिखाई देगा जो इस नंबर पर कॉल करेगा. साथ ही जो मैसेज आएगा उसके हेडर में भी यही बैज दिखाई देगा. इससे धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाएगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-नीरव मोदी को अमेरिकी कोर्ट से झटका, धोखाधड़ी के आरोप खारिज करने की याचिका नामंजूर
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