चेन्नई. तमिलनाडु में राजधानी चेन्नई समेत कई क्षेत्रों में बीते दो दिनों से भारी बारिश का कहर जारी है. राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. वहीं, करीब 60 घरों को नुकसान पहुंचने की खबर है. भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि राज्य में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना है. भारी बारिश, बाढ़ और जलजमाव की गंभीर स्थिति के मद्देनजर NDRF की टीमें तैनात हैं. IMD ने राज्य के 14 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
राजधानी चेन्नई समेत आसपास के इलाकों में भारी बारिश के चलते इलाकों में पानी भर गया है. राज्य में अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए तीन जलाशयों- पूंडी, चेंबरमबक्कम और पुझल के गेट खोले गए हैं. विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है. इसके 11 नवंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु तट के पास पहुंचने और राज्य के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा होने का अनुमान है.
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा कि मदुरई में एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं. वहीं, चेंगलपेट और थिरुवल्लूर में एक टीम मौजूद है. इसी तरह थंजावुर और कुड्डलोर जिलों में राज्य आपदा प्रतिक्रिया दल को भेजा गया है. सोमवार को उन्होंने बताया कि तमिलनाडु फायर और रेस्क्यू विंग भी पूरी तरह तैयार है. चेन्नई में कंट्रोल रूम हैं और इन पर 1070 और 1077 पर बात की जा सकती है. इसे अलावा लोग ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के साथ 1913 टोल फ्री नंबर पर बात कर सकते हैं.
NDRF के महानिदेशक एनएन प्रधान ने एएनआई से बातचीत में बताया, ‘चेन्नई में बारिश का पहला चरण पूरा हो चुका है. हालांकि, IMD ने अगले तीन दिनों के लिए अति भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है. इसलिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में एनडीआरएफ की 20 से ज्यादा टीमें तैनात की गई हैं.’ मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि 10 और 11 नवंबर को तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की आशंका है, जिससे सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हो सकते हैं.
विभाग ने एक बयान में कहा, ‘इसके प्रभाव में, आठ और नौ नवंबर को तमिलनाडु के दूरदराज के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है. 10 और 11 नवंबर को बहुत भारी बारिश होने की आशंका है.’ भारी वर्षा 64.5 मिलीमीटर (मिमी) और 115.5 मिमी के बीच मानी जाती है जबकि 115.6 और 204.4 के बीच वर्षा बहुत भारी मानी जाती है. 204.4 मिमी से अधिक बारिश को अत्यधिक भारी वर्षा माना जाता है.
सोमवार को चेन्नई में ज्यादातर सड़कों और गलियों में पानी जमा रहा. निचले इलाकों में दो फुट तक पानी भर गया. इससे यातायात भी प्रभावित हुआ. सुरक्षा को देखते हुए कई मोहल्लों में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है. बाढ़ से प्रभावित एक थाने को अस्थायी इमारत में तब्दील करना पड़ा. शहर में कम से कम 75 पेड़ उखड़ गए जिन्हें नगर निगम के कर्मी साफ कर रहे हैं. दिन भर मानसून की बारिश रुक-रुक कर होती रही. दक्षिण रेलवे ने कहा कि बारिश और जल-जमाव के कारण नौ नवंबर को चेन्नई उपनगरीय क्षेत्र में न्यूनतम सेवाएं उपलब्ध होंगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कश्मीर घाटी में फिर हुई बर्फबारी और बारिश, तापमान में आई और गिरावट
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