दमोह. मध्य प्रदेश के दमोह में एक महिला प्राचार्य को सागर लोकायुक्त टीम ने 9 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. महिला प्राचार्य यह रिश्वत एक नेत्रहीन शिक्षक के मेडिकल लीव की अवधि का वेतन भुगतान करने के एवज में ले रही थी. सागर लोकायुक्त की टीम ने कार्यवाही करते हुए हाई स्कूल की प्राचार्य को 9000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकडऩे के बाद भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की है.
दृष्टिबाधित शिक्षक रघुवीर प्रसाद विश्वकर्मा 39 वर्ष निवासी टैगौर वार्ड खुरई जिला सागर का जुलाई माह में एक्सीडेंट हो गया था जिस वजह से वह स्कूल नहीं जा पाए थे बाद में स्वस्थ होने पर उन्होंने मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट पेश किये. जिसके बाद तीन माह वेतन मंजूरी के बदले में 9000 रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही थी. जिसकी शिकायत सागर लोकायुक्त एसपी से किए जाने के बाद आज डीएसपी राजेश खेड़े के नेतृत्व में दमोह पहुंची लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए बारधा हाई स्कूल की प्रभारी प्राचार्या सीमा नेक्या को 9 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकडऩे में देर नही की. इस कार्यवाही में लोकायुक्त उपुअ राजेश खेड़े, मंजू सिंह, निरीक्षक रोशनी जैन (चौहान) व स्टाफ शामिल रहा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्य प्रदेश राजपूत क्षत्रिय समाज की प्रदेश महिला अध्यक्ष बनी श्रीमती विश्रांति सिंह
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