केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 89वें संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए घोषणा की है कि जल्द ही गोरखपुर एक ‘विशेष शिक्षा क्षेत्र’ होगा. तीन क्रियाशील एवं एक निर्माणाधीन विश्वविद्यालय के माध्यम से ज्ञान नगर के रूप में विकसित गोरखपुर शहर को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आवश्यकता के अनुरूप ‘विशेष आर्थिक क्षेत्र’ की तर्ज पर ‘विशेष शिक्षा क्षेत्र’ बनाया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस विशेष शिक्षा क्षेत्र के पीछे का विचार छात्रों को वैश्विक नागरिक के रूप में तैयार करना और अकादमिक गतिविधियों के माध्यम से दुनिया की समस्याओं का समाधान करना है. उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और उसके छात्र इसे हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
उन्होंने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति वैश्विक परिदृश्य में रणनीतिक परिवर्तनों के अनुरूप तैयार की गई है और इसका उद्देश्य भारत को दुनिया का नंबर एक देश और भारत के बच्चों को वैश्विक नागरिक बनाना है. गोरखपुर के बच्चे भी वैश्विक नागरिक बनने से जुड़ेंगे. सीएम योगी को सफल नेतृत्व का प्रतीक बताते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व नेतृत्व ने कभी मुद्दों की परवाह नहीं की बल्कि हमेशा समाधान देखा. केंद्रीय मंत्री ने कहा, “उनके नेतृत्व में, पूर्वी उत्तर प्रदेश को पीएम मोदी के हाथों उर्वरक कारखाने का उपहार मिला है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ में मेडिकल स्पेशलिस्ट के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 10 दिसंबर
PGT शिक्षक पदों पर निकली हैं नौकरियां, जल्द करें आवेदन
मैनेजमेंट ट्रेनी - हिंदी ऑफिसर के पदों पर भर्ती, जानें- कैसे करना है आवेदन
रेलवे भर्ती का एक और नोटिफिकेशन जारी, 25 दिसंबर तक करें आवेदन
भारतीय वायु सेना में 317 पदों के लिए एक दिसंबर से शुरू होंगे आवेदन
Leave a Reply