गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी पर जानिए महत्व, पूजा विधि एवं पूजन के शुभ मुहूर्त

गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी पर जानिए महत्व, पूजा विधि एवं पूजन के शुभ मुहूर्त

प्रेषित समय :21:54:53 PM / Mon, Dec 13th, 2021

हिंदू पंचांग के अनुसार अगहन मास में श्रीमद्भागवत को देखने भर मात्र से पुण्य प्राप्त होता है. अगहन या मार्गशीर्ष माह हिंदू वर्ष का नौवां मास कहलाता है. इस महीने भर में भगवान श्री कृष्ण का पूजन अनेक स्वरूपों में किया जाता है. मार्गशीर्ष माह में गंगा स्नान और भगवान सत्यनारायण के पूजन का खास प्रावधान है. इस माह भगवान विष्णु की उपासना करते समय सच्चे मन से मांगी गई मन्नत अवश्य पूर्ण होती है._*

*_इस मास में दान-पुण्य का विशेष महत्व है. मान्यता अनुसार इस माह गायत्री मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए. इसके अलावा इस महीने में भगवान सूर्यदेव की उपासना करनी चाहिए. इस माह में ही भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के समय कुरुक्षेत्र में अपने प्रिय मित्र अर्जुन को गीता उपदेश दिया था. अत: इसी माह मार्गशीर्ष शुक्ल ग्यारस के दिन यानी 14 दिसंबर 2021, मंगलवार को मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती भी मनाई जा‍ती है._*

 *यहां जानें पूजन का शुभ समय और सरल विधि

 *_गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी पूजा विधि-
 *_मार्गशीर्ष शुक्ल ग्यारस के दिन गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी व्रत रखा जाएगा._*
 *_भगवान सूर्यदेव की उपासना करें._*
 *_एकादशी के एक दिन पूर्व से ही यानी दशमी से ही तामसिक भोजन का त्याग करें._*
 *_ब्रह्मचर्य रहकर एकादशी व्रत रखें._*
 *_गीता जयंती या मोक्षदा एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर श्री विष्णु का स्मरण और ध्यान करके दिन की शुरुआत करें._*
 *_तपश्चात नित्य कर्म से निवृत्त होकर पानी में गंगाजल मिलाकर 'ॐ गंगे' का मंत्र का उच्चारण करते हुए स्नान-ध्यान करें._*
 *_स्वच्छ धुले हुए वस्त्र धारण करके भगवान श्री विष्णु का पीले पुष्प, पीले फल, धूप, दीप, आदि चीजों से पूजन करें._*
 *_आरती करके पूजन संपन्न करें._*
 *_गीता पाठ का अध्याय पढ़ें और एकादशी की व्रतकथा का वाचन करें._*
 *_आज दिनभर व्रत-उपवास रखें._*
 *_सायंकाल पूजन-आरती के पश्चात प्रार्थना करके फलाहार करें._*
 *_इस व्रत में एक बार जल और एक फल ग्रहण कर सकते हैं._*
 *_गीता के उपदेशों को जीवन में अपनाने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है._*

तिथि एवं पूजन मुहूर्त

 *_मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी तिथि का प्रारंभ सोमवार, 13 दिसंबर 2021 को रात 9.32 मिनट पर हो रहे है और मंगलवार, 14 दिसंबर 2021 को रात 11.35 मिनट पर एकादशी का समापन होगा. एकादशी व्रत और गीता जयंती 14 दिसंबर को मनाई जाएगी और इस दिन आप सत्यनारायण भगवान, भगवान कृष्ण, भगवान श्रीहरि और गीता का पूजन करके दिन का लाभ उठा सकते हैं.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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