मलमास खरमास मार्गशीर्ष शुक्ल बारस बुधवार 15 दिसंबर सन 2021 रात्रि में 3:42 पर मलमास प्रारंभ हो चुका है. मलमास 14 जनवरी सन 2022 पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी शुक्रवार को दोपहर 2:28 पर मकर की संक्रांति प्रारंभ होगी दान पुण्य हवन पूजन तीर्थों में स्नान का विशेष महत्व रहेगा इस पौष मास में दान पुण्य करना तीर्थों में स्नान करना देव दर्शन हवन पूजन एवं पौष धार्मिक कथा हवन कार्यक्रम करना सूर्य भगवान को एवं बृहस्पति भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने का शुभ समय है. ऐसा लिखते हैं वेदों और शास्त्रों पुराणों में ज्योतिष ग्रंथ में कि 12 महीने तक जो प्रायश्चित अपराध गलती त्रुटि किन्ही कारणों से हो गई हो तो इस मास में दान पुण्य करने से करोड़ों गुना फल मिलता है एवं ग्रहों की शांति होती है एवं सूर्य ग्रहों के राजा है एवं बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं अतः दोनों का आशीर्वाद धन की संक्रांति में विशेष शुभ योग बनता है यह वर्ष में एक बार ही पुण्य का समय मिलता है सूर्य भगवान धनु राशि पर बृहस्पति के घर में विद्यमान होने से विशेष सर्दी का ठंडक योग बनाता है. इस मास में तेल एवं तेल से बने हुए वस्तु मीठे पकोड़े नमकीन पकोड़े एवं तिलपट्टी गजजक आदि का दान श्रेष्ठतम लिखा हुआ है. मकर संक्रांति के पर्व पर खिचड़ी - घी, गर्म वस्त्र, पुस्तक का दान वस्त्र दान अन्न दान जल दान दक्षिणा द्रव्य दान करना विशेष श्रेष्ठतम योग हैं मकर सक्रांति पर्व पर दान पुण्य करने से तीर्थों में स्नान करने से देव दर्शन करने से सूर्य भगवान एवं शनि भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है अतः इस महान पर्व पर दान पुण्य करना तीर्थों में स्नान करना देव दर्शन करना धार्मिक पुण्य के कार्य करने से करोड़ों गुना अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य फल प्राप्त होता है एवं जीवन में और परिवार में सुख समृद्धि प्रदान होती है.
Astro nirmal
पौष मास में सूर्य की नियमित उपासना करने से व्यक्ति स्वस्थ और संपन्न रहता
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