आज का दिनः 15 जनवरी 2022, शनि प्रदोष व्रत से संतान सुख की प्राप्ति होती है!

आज का दिनः 15 जनवरी 2022, शनि प्रदोष व्रत से संतान सुख की प्राप्ति होती है!

प्रेषित समय :18:54:41 PM / Fri, Jan 14th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* शिवकृपा प्राप्त करने के लिए हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत किया जाता है. 
* भोलेनाथ जब प्रसन्न होते हैं तो समस्त दोष समाप्त कर परम प्रसन्नता, परम सुख प्रदान करते हैं! 
* प्रदोष व्रत-पूजा बहुत ही सरल है क्योंकि भोलेनाथ एकमात्र देव हैं जो पवित्र मन से की गई पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं. 
* शिवोपासना में दुर्लभ मंत्र और कीमती पूजा सामग्री की जरूरत नहीं है, सच्चे मन से... नमः शिवाय का जाप करें और शिवलिंग पर सर्वसुलभ पवित्र जल चढ़ाएं.  
* सुख का अहसास कराता है- शांत मन और दुख का कारण है- अशांत मन, शिवोपासना से तुरंत मानसिक शांति प्राप्त होती है.
* प्रदोष व्रत में दिनभर निराहार रहकर सायंकाल पवित्र स्नान करने के बाद श्वेत वस्त्रों में शांत मन से भगवान शिव का पूजन किया जाता है. 
* जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार के दोष मिट जाते हंै. 
* इस व्रत के प्रमुख देवता शिव हैं इसलिए उनके साथ-साथ शिव परिवार की आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है.
विभिन्न दिनों के प्रदोष व्रत का अलग-अलग महत्व और प्रभाव होता हैै....
* शनिवार प्रदोष व्रत से संतान सुख की प्राप्ति होती है.
* रविवार के दिन प्रदोष व्रत हमेशा स्वस्थ रखता है.
* सोमवार के दिन प्रदोष व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
* मंगलवार को प्रदोष व्रत रखने से ऋण-रोग से मुक्ति मिलती है.
* बुधवार के दिन यह व्रत करने सर्व कामना सिद्धि होती है.
* बृहस्पतिवार के प्रदोष व्रत से शत्रुओं का नाश होता है.
* शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है.
* संपूर्ण वर्ष प्रदोष व्रत संपूर्ण सुख प्रदान करता है....
ऐसे करें प्रदोष व्रत...
* प्रदोष व्रत करने के लिए त्रयोदशी के दिन सवेरे सूर्योदय से पहले जाग जाएं.
* पवित्र स्नान करें और शिव शंकर की पूजा-अर्चना करें.
* दिन में भोजन नहीं करें.
* सूर्यास्त से एक घंटा पहले, पवित्र स्नान कर श्वेत वस्त्र धारण करें.
* प्रदोष व्रत के लिए पूजा-आराधना करने को कुशा का आसन उपलब्ध हो तो सर्वोत्तम.
* पूजन में शिवलिंग पर- ऊँ नम: शिवाय, का जाप करते हुए जल चढ़ाएं.
ऐसे करें उद्यापन...
* एक वर्ष तक रखने के बाद व्रत का उद्यापन करते हैं.
* व्रत का उद्यापन त्रयोदशी तिथि पर ही करते हैं.
* उद्यापन से एक दिन पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना करते हैं तथा रात में जागरण करते हैं.
* सवेरे पूजा स्थल, मंडप आदि की सजावट करते हैं.
* पूजा के बाद हवन किया जाता है, हवन के बाद शिवजी की आरती करते हैं. 
* इसके बाद यथाशक्ति ब्राह्मण भोजन और दक्षिणा प्रदान कर, आशीर्वाद लिया जाता है.
* प्रदोष व्रत जीवन में हर प्रकार के सुख प्रदान करता है.

- आज का राशिफल -

मेष राशि:- भविष्य के प्रति चिंतित होंगे. मन में बुरे विचारों को न आने दें. स्वयं पर नियंत्रण रखें. नकारात्मक सोच के कारण ही आप पीछे हैं. पारिवारिक माहौल सामान्य रहेगा. मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा. नौकरी में स्थान परिवर्तन संभव है.

वृष राशि:- कार्यस्थल पर सहकर्मियों से मन मुटाव होगा. क्रोध की अधिकता रहेगी. आय के नए स्त्रोत स्थापित होंगे. अपने कर्मचारियों के कारण परेशान होंगे. आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. धार्मिक कार्यों में धन लगेगा.

मिथुन राशि:- स्वास्थ में सुधार होगा. अपने आगामी भविष्य को लेकर चिंतित रहेंगे. मन में कई विचार आयेंगे. व्यवसाय में उन्नति होगी. भूमि भवन संबंधित मामले पक्ष में हल होंगे. प्रशासन से जुड़े कार्य सहज हो जायेंगे. यात्रा संभव है.

कर्क राशि:- अपनी संतान से विवाद हो सकता है. आजीविका को लेकर आप चिंतित हैं. विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है. कारोबार विस्तार करने का मन होगा. वाहन सुख की प्राप्ति संभव है.

सिंह राशि:- अपने मन की बात हर किसी को बताने से नुकसान आप का ही है. सुख-सुविधा की वस्तुओं और धन खर्च होगा. आप की उन्नति से विरोधी नाखुश होंगे. अपने वाक् चातुर्य से अधिकारी प्रभावित होंगे. विदेश जाने के योग बन रहे हैं.

कन्या राशि:- दोस्तों के सहयोग से कोई जरूरी कार्य होगा. अपनों से संबंधों में मजबूती आयेगी. आलस की अधिकता से कार्य में रूचि नहीं रहेगी. आर्थिक मामले आज पक्ष में हल होंगे. राजीनति से जुड़े लोग सम्मान प्राप्त करेंगे.

तुला राशि:- किसी विशेष व्यक्ति का जीवन में प्रवेश आप के तोर तरीके बदल देगा. आकस्मिक धन लाभ होगा. विरोधी आप को निचा दिखाने के हर संभव प्रयास करेंगे. मन की बात अपनों को बता दें, रास्ता मिल जायेगा.

वृश्चिक राशि:- जरूरत से ज्यादा किसी घनिष्ठता संबंधों को कमजोर कर देगी. आप सहने की शक्ति रखें. जल्द ही आप क्रोध से भर जाते हैं. स्वयं पर काबू रखें. व्यवसाय स्थल पर विवाद हो सकता है. उधार दिया पैसा न आने से मुश्किलें बढ़ेगी.

धनु राशि:- समय के साथ स्वयं को भी बदलें. अपने व्यवहार में नम्रता लाएं. कारोबार विस्तार के लिए धन एकत्रित करने में लगे रहेंगे. भूमि संबंधित विवाद के चलते चिंता रहेगी.

मकर राशि:- अपने विवेक से हर कार्य सफल कर लेंगे. निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें. मित्रों के साथ यात्रा आनंदप्रद रहेगी. आजीविका के लिए भटकना पड़ेगा. माता-पिता के स्वास्थ में सुधार होगा. किसी विशेष जन से संबंध बनेंगे.

कुम्भ राशि:- व्यवसाय में नई योजना लाभदायक रहेगी. जीवनसाथी का साथ आप को आगे बढ़ने में मदद करेगा. संतान के विवाह संबंधित समस्या से परेशान रहेंगे. भवन परिवर्तन के योग है. वाहन का प्रयोग सावधानी से करें.

मीन राशि:- अपनों से धोखा मिलेगा. राजनीति से जुड़े लोगों को पद मिल सकता है. पारिवारिकजनों की सहायता करनी होगी. आजीविका के स्त्रोत में वृद्धि होगी. पिता के साथ ताल मेल स्थापित न होने से तनाव हो सकता है.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 

*यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
है और जीवन का अंत है! 

 शनिवार का चौघडिय़ा 

दिन का चौघडिय़ा       रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल              पहला- लाभ
दूसरा- शुभ              दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग              तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग             चौथा- अमृ
पांचवां- चर               पांचवां- चर
छठा- लाभ                छठा- रोग
सातवां- अमृत            सातवां- काल
आठवां- काल             आठवां- लाभ

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग 
शनिवार, 15 जनवरी, 2022
प्रदोष व्रत
माघ बिहु
मट्टू पोंगल
शक सम्वत1943   प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते2
मास पौष
दिन काल10:30:50
तिथित्रयोदशी - 24:59:18 तक
नक्षत्रमृगशिरा - 23:21:11 तक
करणकौलव - 11:41:58 तक, तैतिल - 24:59:18 तक
पक्ष शुक्ल
योगब्रह्म - 14:31:02 तक
सूर्योदय07:15:08
सूर्यास्त17:45:59
चन्द्र राशिवृषभ - 09:50:54 तक
चन्द्रोदय15:26:59
चन्द्रास्त29:59:00
ऋतु शिशिर
अभिजित मुहूर्त 11:58 ए एम से 12:41 पी एम
अग्निवास आकाश - 12:57 ए एम, जनवरी 16 तक ,पाताल
दिशा शूल पूर्व
चन्द्र वास दक्षिण - 09:51 ए एम तक
पश्चिम - 09:51 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास पूर्व
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्.
सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि..
भावार्थ...   https://www.youtube.com/watch?v=G4Hk3q5VVbw

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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