नई दिल्ली. भारत में पैसेंजर व्हीकल्स के एक्सपोर्ट में अप्रैल-दिसंबर के दौरान अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है. चालू वित्त वर्ष 2021-22 के पहले नौ महीनों में भारत के पैसेंजर व्हीकल्स का एक्सपोर्ट 46 प्रतिशत बढ़ा है. इस दौरान 1.68 लाख गाड़ियों के निर्यात के साथ मारुति सुजुकी इंडिया पहले नंबर पर रही. सोसायटी ऑफ ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में कुल 4,24,037 पैसेंजर व्हीकल्स का एक्सपोर्ट किया गया है, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 2,91,170 व्हीकल्स को एक्सपोर्ट किया गया था.
आंकड़ों के अनुसार इस अवधि के दौरान पैसेंजर कारों का निर्यात 45 प्रतिशत बढ़कर 2,75,728 यूनिट पर पहुंच गया. वहीं यूटिलिटी वाहनों का निर्यात 47 प्रतिशत बढ़कर 1,46,688 यूनिट रहा. इस दौरान वैन का निर्यात लगभग दोगुना होकर 1,621 रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 877 यूनिट रहा था.
इस अवधि में देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने 1,67,964 पैसेंजर व्हीकल्स का निर्यात किया. यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 59,821 यूनिट्स के आंकड़े का लगभग तीन गुना है. इसके साथ ही कंपनी ने वित्त वर्ष के पहले नौ माह में सुपर कैरी (एलसीवी) की 1,958 यूनिट का निर्यात किया. मारुति के बाद निर्यात के मामले में Hyundai मोटर इंडिया और किया इंडिया का स्थान रहा.
चालू वित्त वर्ष की तीसरी अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में यात्री वाहनों का कुल निर्यात बढ़कर 1,39,363 इकाई पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,36,016 इकाई रहा था. हालांकि, दिसंबर, 2021 में यात्री वाहनों का निर्यात घटकर 54,846 इकाई रह गया. दिसंबर, 2020 में यह आंकड़ा 57,050 इकाई का रहा था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में नहीं दिखेगी बंगाल की झांकी, केंद्र और ममता सरकार आमने-सामने
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