कभी ओलिंपक खेलों का हिस्सा रही एक खिलाड़ी के दिल और दिमाग में हार का डर ऐसा समाया कि उसने फिर खेलों की तरफ रुख करने की हिम्मत नहीं की. अपने देश में उसे इस कदर मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया कि वो अंदर से बुरी तरह टूट गई. एक हार ने उसकी सारी पुरानी जीत पर पानी फेर दिया. उसकी सालों की कड़ी मेहनत को लोगों ने इस कदर भुला दिया जो वो सोच भी नहीं सकती.
अपने देश में मिली प्रताड़ना और अपमान से टूट कर उसने खेलों से हमेशा के लिए विदा ले लिया. जापान की ओलंपिक स्नोबोर्डर मेलो इमाई ने 2006 में देश का प्रतिनिधित्व किया था. लेकिन ये सब पीछे रह गए. खेलों का दामन छोड़ने के बाद परिवार और बच्चों को पालने का संकट आया तो उन्होंने उस गंदी एडल्ट इंडस्ट्री का सहारा लिया जहां शायद ही कोई लड़की खुशी से जाती हो. मगर सालों बाद अब वो वापसी करना चाहती है.
2006 में ट्यूरिन शीतकालीन ओलिंपिक में मेलो इमाई ने जापान का प्रतिनिधित्व किया था. वो स्नोबोर्डर खिलाड़ी थी. लेकिन उस दौरान वो हाफपाइप इवेंट में पदक हासिल नहीं कर पाई थी. जिसके बाद उन्हें अपने देश की जनता और मीडिया ने इतना अपमानित किया, जिसने उसी बुरी तरह आहत कर दिया. आखिर में उसने खेलों से ही तौबा कर लिया. मगर बच्चों की खातिर उसे काम करना ही था. लिहाज़ा उसने एडल्ट इंडस्ट्री में कदम रख दिया, वहां वो स्कॉर्ट बनी, होटल में काम किया, गंदी मैगज़ीन्स के लिए अर्धनग्न तस्वीरें खिंचवाई. फिर पूरी तरह एडल्ट स्टार ही बन गई. वहां उन्हें खेलों से होने वाली कमाई से कही ज्यादा आमदनी होती थी. मगर उन्हें बार-बार अपने खेलों के सुनहरे दिन याद आते रहते थे.
अब कई सालों के लंबे गैप के बाद वो फिर से खेलों में वापसी कर रही हैं जिसके बाद उन्होंने केवल चार दिनों की ट्रेनिंग के बाद 2018 में 35वीं ऑल जापान स्नोबॉर्डिंग चैंपियनशिप में ज़बरदस्त प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इमाई के पिता और भाई भी इसी खेल से जुड़े हुए हैं. उनके पिता स्नोबोर्ड कोच हैं. इस बीच इमाई ने वापसी करते हुए 2022 बीजिंग में विंटर ओलिंपिक में जगह बनाने की पुरज़ोर कोशिश की थी मगर वो यहां चयनित नहीं हो पाई. उन्होंने भरोसा दिलाया कि वो कभी उस गंदी दुनिया में कदम नहीं रखेंगी जहां से लौटी हैं.
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