अंक शास्त्र के अनुसार मूलांक से जाने अपना भविष्य

अंक शास्त्र के अनुसार मूलांक से जाने अपना भविष्य

प्रेषित समय :19:00:09 PM / Fri, Mar 4th, 2022

मूलांक 1 महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख को होता है, उसका मूलांक 1 होगा.  अधिपति सूर्य है.

यह अंक स्वतंत्र व्यक्तित्व का धनी है. इससे संभावित अंह का बोध, आत्म निर्भरता, प्रतिज्ञा, दृढ़ इच्छा शक्ति एवं विशिष्ट व्यक्तित्व दृष्टि गोचर होता है. इसके स्वामी सूर्य हैं.

जिस व्यक्ति का जन्म समय 21 जुलाई से 28 अगस्त के मध्य हो, का प्रभाव सूर्य के नियंत्रण में होता है, इनके लिए शुभ तिथि 1,10,19 एवं 28 तारीख है. चार अंक से इनका जबरदस्त आकर्षण होता है. इनके लिए शुभ दिन रविवार एवं सोमवार है, तो शुभ रंग पीला, हरा एवं भूरा है. ये अपने ऑफिस, शयनकक्ष परदे, बेडशीट एवं दीवारों के रंग इन्हीं रंगों में करें, तो भाग्य पूर्णत: साथ देता है. इस मूलांक के व्यक्ति शासन के शीर्ष पद पर देखे जाते हैं. छह एवं आठ अंक वाले इनके शत्रु हैं. इनकी शुभ दिशा ईशान कोण है.

मूलांक 2 महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख को पैदा होने वाले जातक का मूलांक 2 होगा.  मूलांक 2 वाले व्यक्ति अपनत्व और प्यार के साथ अपनाते है और उन्हें प्रगति के पथ की ओर अग्रसर करने में प्रेरणादायी भूमिका का निर्वाहन करते हैं. रोग और मूलांक 2 : कमजोरी, क्षीणता, उद्वेग, मस्तक पीड़ा, छोटी-छोटी दुर्घटना, हृदय रोग, संवेदनशीलता, भावुकता, स्नायु निर्बलता, कब्जियत, आंत रोग, मूत्र रोग, गैस रोग  हो सकते हैं. हृदय रोग, मधुमेह, जोड़ों के दर्द आदि . महत्वपूर्ण वर्ष : 2, 11, 19, 20, 29, 37, 47, 57, 61 एवं 71 वां वर्ष शुभ हो ,मूलांक के जातकों के लिए 1, 4 और 7 की संख्या भी शुभ है. 

मूलांक 3 मूलांक 3 वाले व्यक्ति महत्वाकांक्ष, नेतृत्व प्रिय, अधीनस्थ लोगों से भी अनुशासन में कठोर होते हैं.  मूलांक भी 3 हो तो उन जातकों पर वृहस्पति शुभ प्रभाव होगा. देव गुरू वृहस्पति -धन, विद्या, मन्त्रणा और सन्तान के कारक माने गये हैं.  3, 12, 21, 30 इन सब अंकों का मूलांक 3 ही हैं. जिनकी जन्म तारीख का मूलांक 3 हो, उनमें परस्पर विशेष आकर्षण होता है. मूलांक 3 अंक वालों को चमकीला गुलाबी रंग या हल्का गुलाबी रंग विशेष शुभ होता है. रोग और मूलांक :  चर्मरोग , दाद, खाज, खुजली, प्रमेह, पित्त प्रकोप, रक्त दोष  शुभ वार - रविवार, मंगलवार, गुरूवार एवं शुक्रवार. शुभ तारीखें - 3, 12, 21, 30, 6, 15, 24, 9, 18, 27, 1, 10, 19, 28 , महत्वपूर्ण वर्ष - 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30, 33, 39, 42, 45, 48, 51, 54, 57, 60, 63, 66 इत्यादि.

मूलांक 4  वाला व्यक्ति अपने विवेक द्वारा अपनी कल्पना को सही दिशा देता है मूलांक 4 वाले व्यक्ति नई व्यवस्थाओं के संस्थापक एवं पुरानी सामाजिक व्यवस्थाओं के विरोधी होते हैं.  जिन लोगों की जन्म तारीख का मूलांक 1, 2, 7 या 8 होता है, उसके प्रति इनका झुकाव हो सकता है. मूलांक 4 अर्थात जन्म तारीख, 4, 13, 22, 31 हो उन्हें धन का अपव्यय नहीं करना चाहिए,  मूलांक 4 वाले व्यक्ति अपने अन्दर सहनशीलता की भावना पैदा करें और दूसरों से व्यर्थ विवाद न करें तथा शुत्रता को दावतनामा न दें,  शुभ वार - रविवार, सोमवार, शनिवार भी शुभ है. शुभ तारीखें - 4, 13, 22, 31 साथ ही 1, 10, 19, 28 शुभ रंग - क्रीम कलर, भूरा मिश्रित खाकी, नीला चटकीला रंग. जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष - 4, 13, 22, 31, 40, 49, 58, 67, 76 आदि.

मूलांक 5 स्वस्थ्य शरीर, सदृढ़ कद काठी, तर्क बुद्धि, विलक्षण सूझबूझ के धनी, बुद्धि ज्ञान से सम्पन्न, पाण्डित्य दर्शाता स्वभाव, तेज तर्रार आभापूर्ण व्यक्तित्व इनकी प्रमुख विशेषता होती है. रोग और मूलांक 5 :  आंत संबंधी, चर्म रोग, जुकाम, नजला, फेफड़े या स्नायु रोग. मूलांक 5 वालों पर बुध का प्रभाव विशेष रूप से पड़ता है.  जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष : 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 68 तथा 77 वाँ वर्ष महत्वपूर्ण होता है.  32 वें वर्ष में बुध अपना पूर्ण प्रभाव दिखाने लगता है.

  शुभवार - बुधवार, रविवार, शुक्रवार. शुभ तारीखें - 5, 14, 23 इन तारीखों में बुधवार हो तो विशेष शुभ. 1, 10, 19, 28 इन तारीखों में रविवार हो तो विशेष शुभ. शुभ रंग - हरा, श्वेत, भूरा, कत्थई. शुभ दिशा - उत्तर पूर्व एवं उत्तर पश्चिम.

मूलांक 6 स्वामी ग्रह शुक्र है.  6, 15 या 24 तारीख को हुआ हो. 6 मूलांक वाले व्यक्ति बहुधा लोकप्रिय होते हैं. इनमें आकर्षण शक्ति और मिलानसरिता प्रचुर मात्रा में होती है. धनी होने पर मूलांक 6 वाले व्यक्ति कला और कलाकारों के लिए उदारता से धन खर्च करते हैं.जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष - 6, 15, 24, 33, 42, 51, 60 69 वां वर्ष महत्वपूर्ण है. रोग और मूलांक :  फेफड़ों से संबंधित रोग, स्नायु दुर्बलता, सीने की कमजोरी, मूत्र रोग, कफ जनित रोग, कब्जियत व जुकाम जैसे रोगो से पीडि़त हो सकते हैं. शुभवार - मंगलवार, गुरुवार एवं शुक्रवार शुभ तारीखें - 6, 15, 24 सहयोगी तारीखें 3, 9, 12, 18, 21, 27 एवं 30 शुभ रंग - गहरा नीला रंग, गुलाबी रंग, अशुभ रंग काला और बैगनी. शुभ दिशा - उत्तर पूर्व अथवा उत्तर पश्चिम शुभ रत्न - सौभाग्यशाली रत्न फिरोजा, पन्ना.

मूलांक 7 मूलांक 7 के व्यक्तियों का प्रतीक और स्वामी ग्रह नेपच्यून यानी वरूण है.  7, 16, 25 को जन्मा हो, उसका मूलांक 7 होता है. 7 अंक वाले व्यक्तियों के लिये चन्द्रमा से संबंध रखने वाले 2, 11, 20, 29 तारीखों में पैदा हुए व्यक्तियों से दोस्ती करना शुभ रहेगा.  7, 16, 25 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति स्वतंत्र और मौलिक विचार वाले होते हैं. मूलांक 7 वाले व्यक्ति धर्म के संबंध में अपने विशिष्ट विचार रखते हैं. वे पुरानी परम्पराओं को पसन्द नहीं करते.  पहला गुण- मौलिकता, दूसरा गुण - स्वतंत्र विचार और तीसरा प्रधान गुण : विशाल व्यक्तित्व. जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष - 7, 16, 25, 34, 43, 52 और 61 वां वर्ष आपके जीवन में महत्वपूर्ण होगें. इन वर्षों में आप अवश्य सफलता प्राप्त करेंगे. मित्रांक वर्ष 2, 4, 11, 13, 20, 22, 29, 31, 38, 40, 47, 49, 58 एवं 67 वां वर्ष भी लाभकारी हो सकता है. रोग और मूलांक : जब भी आपके जीवन में रोग की स्थिति आयेगी तब आपको पेट दर्द, छूत के रोग, पसीने की अधिकता, आमाशय दोष, कब्जियत, नींद न आना, भूख न लगना, गुप्तांग संबंधी रोग, वात व गठिया इत्यादि रोग हो सकते हैं. शुभवार - रविवार, सोमवार और बुधवार, शुभ तारीखें - 7, 16, 25, एवं 2, 11, 20 एवं 29, शुभ रंग - हल्का नीला, आसमानी, कपूरी, हरा, श्वेत, गुलाबी

मूलांक 8 को विश्वास का अंक कहा गया है. इसका स्वामी ग्रह शनि है. किसी भी माह की 8, 17, 26 तारीख का मूलांक 8 होता है. 

रोग और मूलांक :  वायु रोग, वात रोग, शारीरिक क्षीणता, अंध रोग, हृदय की कमजोरी, रक्त की कमी, कब्जियत, रक्तचाप, सिर की पीड़ा, कुष्ठ रोग, मूत्र रोग, गंजापन तथा कान-नाक में पीड़ा हो सकती है.जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष - 8, 17, 26, 35, 44, 53, 62, 71 आदि वर्ष शुभ हैं इन आयु वर्षों में जीवन की अनुकूलता रह सकती हैं. मित्रांक वर्ष 4, 13, 22, 31, 40, 49 भी शुभ हो सकते हैं. शुभवार - शनिवार एवं बुधवार. शुभ तारीखें - 8,17, 26. शुभ रंग - गहरा नीला, काला, हरा एवं भूरा मिश्रित बैंगनी. शुभ दिशा - दक्षिण, दक्षिण पूर्व एवं दक्षिण पश्चिम.
मूलांक 9 मूलांक 9 का प्रतीक और स्वामी ग्रह मंगल है. 9, 18 या 27 तारीख को पैदा हुए हों.

रोग और मूलांक: जब भी आपके जीवन में रोग की स्थिति आयेगी तब आपको क्रोध, झल्लाहट दुर्घटना, चोट, अंग शैथिल्य, हृदय रोग, रक्तचाप आदि पीड़ा देंगे.

जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष - 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72, 81 आदि. शुभवार - मंगलवार, गुरुवार एवं शुक्रवार. शुभ रंग - गुलाबी, गहरा लाल, सफेद या पीला. शुभ दिशा - पूर्व, उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम. . मनुष्य का प्रतिनिधित्व करने वाला 9 का अंक शारीरिक और भौतिक क्षेत्र में शक्ति, ऊर्जा और युद्ध में संहार के गुणों से युक्त माना गया है.

Astro nirmal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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