पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में अपहरण के मामले में एक बार फिर पुलिस के शूरवीर नाकाम ही रहे, धनवतंरी नगर में कारोबारी के बेटे की हत्या के बाद अब गोसलपुर में भी रेत कारोबार मलखानसिंह के बेटे राहुल की 15 लाख रुपए की फिरौती न मिलने पर हत्या कर दी गई, राहुल का कंकाल धरमपुरा के समीप खदान की झाडिय़ों के बीच मिला, जिसकी पहचान पिता ने कपड़ों व जूतों से की है. इधर पुलिस यही सोचती रही कि राहुल कहीं चला गया है, लेकिन उसका कंकाल मिलने से यह बात तो साफ हो गई कि उसकी हत्या कर लाश को यहां पर फेंका गया है.
गोसलपुर के शंकरगढ़ में रहने वाले रेत कारोबारी मलखान सिंह के बेटे राहुल सिंह उम्र 25 वर्ष का दो मार्च की शाम उस वक्त अपहरण कर लिया गया, जब वह अपने दोस्तों से मिलने के लिए घर से निकला था, अपहरण के करीब एक घंटे बाद ही अपहरणकर्ताओं ने फोन करके धमकी दी कि 15 लख रुपए की फिरौती न मिलने पर हत्या कर देगें. राहुल सिंह का अपहरण किए जाने से घबराए परिजनों ने इस बात की सूचना तत्काल पुलिस को दी. जिसपर पुलिस अधिकारियों ने अपने सारे शूरवीर लगा दिए, पुलिस अधिकारी इस इंतजार में रहे कि आरोपी फिर से फोन करेगें, जिसके चलते सायबर सेल की मदद से फोन आने का इंतजार करते रहे, लेकिन इधर अपहरणकर्ताओं ने राहुल सिंह की हत्या कर लाश को धरमपुरा में खदान के समीप झाडिय़ों में लाश को फें क दिया, जहां पर जंगली जानवरों ने शरीर से सारा मांस नोंच डाला. वहीं दूसरी ओर पुलिस के शूरवीर हवा में लठ्ठ चलाते रहे, सात दिन तक पुलिस के हाथ खाली ही रहे, पुलिस के शूरवीर घटना स्थल के कुछ दूर तक डॉग स्क्वाड लेकर पहुंचे और लौटकर आ गए, मंगलवार को चरवाहा बकरी चराते हुए धरमपुरा के समीप जंगल में घूम रहा था तभी तभी उसकी नजर झाडिय़ों के बीच कं काल पर पड़ी तो घबरा गया, उसने गांव के लोगों को इस बात की जानकारी दी, रात 11.40 बजे के लगभग पुलिस तक यह खबर पहुंची, जिसपर पुलिस वृद्ध चरवाहा सहित अन्य को लेकर घटना स्थल पर पहुंच गई, कुछ देर बाद मलखानसिंह भी पहुंच गए, जिन्होने कपड़ों व जूतों से कंकाल की पहचान राहुल के रुप में की है.
इकलौते बेटे राहुल की हत्या किए जाने की खबर से परिजनों से लेकर रिश्तेदार स्तब्ध रह गए, जिनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, इधर पुलिस अधिकारी कह रहे है कि राहुल की हत्या पहले दिन ही कर दी गई थी, लेकिन पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने फिरौती मांग कर अपहरण का रुप देने की कोशिश की है, मामला जो भी लेकिन एक बार फिर अपहरण व फिरौती के मामले में पुलिस के शूरवीर नाकाम ही रहे, जिसके चलते रेत कारोबारी के इकलौते बेटे राहुलसिंह की हत्या कर दी गई. इधर राहुल की मौत की खबर के बाद मां सहित अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल रहा, दो मार्च के बाद से ही परिवार में मातम छाया रहा, न तो किसी ने ठीक से खाना खाया न ही सोए है, हर वक्त बेटे राहुल की चिंता ही लगी रही वे यही सोच रहे थे कि पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों ने दस हजार रुपए का ईनाम भी रख दिया है उनके बेटे को पुलिस सकुशल बचा लेगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
एक माह बाद होने वाली थी शादी-
चर्चा के दौरान यह बात भी सामने आई है कि शंकरगढ़ निवासी मलखानसिंह व नीता की एक बेटी है, जिसकी शादी हो चुकी है, वहीं बेटे राहुल उम्र 25 वर्ष की अप्रेल माह में शादी होने वाली थी, राहुल एक हाथ व एक पैर से कमजोर रहा लेकिन वह चलता फिरता रहा, दो मार्च को भी वह अपने दोस्तों से मिलने के लिए रोज की तरह घर से निकला था, 6.45 बजे के लगभग पिता मलखानसिंह के मोबाइल पर कॉल आया, जिसमें कहा गया कि राहुल का अपहरण कर 15 लाख रुपए की फिरौती मांगी, जगह पूछने पर कहा गया कि दोबारा फोन करेगें.
घटना दिन से डेरा जमाए थी पुलिस, फिर भी हाथ खाली रहे-
बताया गया है कि दो मार्च घटना दिनांक के बाद से पुलिस के अधिकारी, क्राइम ब्रांच की टीम गोसलपुर में डेरा जमाए रही, हर तरफ पूछताछ, बयान दर्ज किए जाते रहे, आसपास के तीन किलोमीटर तक सर्चिंग की जा रही थी, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा, सिर्फ मोबाइल फोन की लोकेशन पर निर्भर होकर काम चलता रहा, यहां तक कि जहां पर राहुल की लाश मिली वहां के लोकेशन पर ड्रोन कैमरे को भी उड़ाए गए लेकिन कुछ नजर नहीं आया, डाग स्क्वाड भी फेल हो चुका था.
धनवतंरी नगर में भी हो चुकी इसी तरह घटना, उस वक्त भी नाकाम रही पुलिस-
इसी तरह अक्टूबर 2020 में धनवतंरी नगर निवासी मुकेश लाम्बा के इकलौते बेटे आदित्य लाम्बा का अपहरण कर 50 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई थी, दोनों दिन तक अपहरणकर्ता सिहोरा से लेकर कुण्डम व अधारताल क्षेद्ध में घूमते रहे लेकिन पुलिस आरोपियों को पकडऩे में नाकाम रही, बाद ही अपहरणकर्ताओं ने आदित्य की हत्या कर लाश को पनागर में नहर में फेंक दी थी, हालांकि बाद में आरोपियों को पकड़ लिया गया, लेकिन मुकेश लाम्बा को उसका बेटा नहीं मिल पाया, शायद ऐसा ही इस मामले में हो कि आरोपियों को पुलिस पकड़ ले लेकिन उसका इकलौता बेटा राहुल को वापस नहीं मिल पाएगा.
गोसलपुर में पहले भी हो चुकी है एक बालक की हत्या-
गोसलपुर के हृद्य नगर में सुमेरीलाल काछी के 12 वर्षीय बेटे दीपक काछी के अचानक लापता होने से परिजन घबरा गए थे, इस बात की सूचना परिजनों ने 29 मई को थाना पहुंचकर दी थी, 30 मई को दीपेश की खून से लथपथ लाश मिली थी, इस मामले की गुत्थी भी आज तक पुलिस नहीं सुलझा पाई है. फिर इस तरह की घटना से गोसलपुर के लोग दहल गए है, वे अपने आप को एक बार फिर असुरक्षित महसूस कर रहे है, उन्हे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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