कांग्रेस के डिजिटल सदस्यता अभियान में 47% युवा, 42% महिलाएं, दक्षिण का पलड़ा भारी

कांग्रेस के डिजिटल सदस्यता अभियान में 47% युवा, 42% महिलाएं, दक्षिण का पलड़ा भारी

प्रेषित समय :13:32:02 PM / Sun, Mar 27th, 2022

नई दिल्ली. कांग्रेस में संगठन चुनाव को लेकर बीते एक नवम्बर से जारी सदस्यता अभियान 31 मार्च को पूरा होने वाला है. सूत्रों के मुताबिक अब तक करीब साढ़े चार करोड़ लोग कांग्रेस के सदस्य बने हैं. इसमें पर्ची वाली पुरानी व्यवस्था के साथ नई डिजिटल व्यवस्था भी शामिल है. हालांकि कांग्रेस में अंदरखाने ज्यादा चर्चा 'डिजिटल मेम्बरशिप' की हो रही है, जिसका लक्ष्य संगठन चुनाव नहीं बल्कि 2024 लोकसभा चुनाव है. सूत्रों के मुताबिक जहां पर्ची से पांच महीने के दौरान करीब 3 करोड़ सदस्य बने हैं, वहीं शुरुआती 40 दिनों में ही डिजिटल अभियान के जरिए बनने वाले सदस्यों की संख्या करीब एक करोड़ 30 लाख पहुंच चुकी है.

डिजिटल मेम्बरशिप अभियान की अहमियत इससे समझी जा सकती है कि शुरुआत में ही राहुल गांधी ने खुद डिजिटल तरीके से सदस्यता ली. सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में प्रियंका गांधी भी डिजिटल मेम्बरशिप ही लेने वाली हैं. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक डिजिटल मेम्बरशिप में 42 % महिलाएं जुड़ी हैं जबकि 47% सदस्यों की उम्र 18 से 40 के बीच है. कांग्रेस ने यूपी विधानसभा चुनाव में भी महिलाओं और युवाओं को गोलबंद करने की नाकाम कोशिश की थी. बहरहाल पार्टी के डिजिटल तरीके से बनाए गए सदस्यों में 18% सामान्य वर्ग के 32% ओबीसी, 21% अनुसूचित जाति, 12% जनजाति, 10% अल्पसंख्यक और 4% आर्थिक रूप से पिछड़े लोग हैं. 

डिजिटल मेम्बरशिप की शुरुआत फरवरी में तेलंगाना से  हुई थी. फिलहाल यह 16 प्रदेशों में जारी है जिसमें तेलंगाना शीर्ष पर है. शनिवार तक इसका आंकड़ा तेलंगाना में 35 लाख, कर्नाटक में 34 लाख, महाराष्ट्र में  15 लाख, गुजरात में 10 लाख, केरल में 10 लाख छत्तीसगढ़ में 5 लाख बिहार में 4 लाख, दिल्ली में 3 लाख और राजस्थान में 3 लाख के करीब था. इस अभियान में फिलहाल दक्षिण भारत का पलड़ा भारी है. जल्द ही बचे राज्यों और उन राज्यों में भी इसकी शुरुआत की जाएगी जहां विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए हैं. इससे जुड़े एक सूत्र के मुताबिक पर्ची वाले सभी सदस्यों को भी डिजिटल रजिस्टर में शामिल करने का लक्ष्य है. 

पार्टी सूत्रों का अनुमान है कि 31 मार्च की निर्धारित सीमा तक कांग्रेस में पर्ची से करीब 4 करोड़ और डिजिटल तरीके से करीब 2 करोड़ सदस्य बन सकते हैं. यह पांच साल पहले हुई सदस्यता अभियान की तुलना में दुगनी संख्या है. हालांकि अभी आधिकारिक आंकड़े का अनुमान है. डिजिटल मेम्बरशिप की खासियत का दावा करते हुए एक कांग्रेस नेता ने बताया कि इसमें फर्जीवाड़े की कोई जगह नहीं है. पूरी प्रक्रिया तीन चरणों में है. मेम्बरशिप एप्लिकेशन में नए सदस्य की जानकारी अपलोड करने के समय तस्वीर भी खींचनी होगी, फिर पुष्टि के लिए मोबाइल पर पासवर्ड (OTP) आएगा. अंत मे चुनाव आयोग के डाटा से मिलान होगा. सबसे बड़ी बात यह है सदस्यों से जुड़ा का पूरा लेखा-जोखा एक क्लिक पर पार्टी के पास उपलब्ध होगा. कांग्रेस डाटा विभाग के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती पार्टी के डिजिटल मेम्बरशिप अभियान को भी संचालित कर रहे हैं.

कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि डिजिटल माध्यम से बने सदस्यों का आंकड़ा वास्तविक होगा और उनतक पहुंचना आसान होगा. यह सब मुख्य रूप से 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने की तैयारी है. हालांकि नेटवर्क और नेताओं-कार्यकर्ताओं की तकनीक से जुड़ी परेशानियां इस अभियान के आड़े आ रही हैं. डिजिटल सदस्यता अभियान को कांग्रेस के अंदर कितनी गंभीरता से लिया जा रहा है इसे समझाते हुए एक सूत्र ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हवाले से बताया कि हाल में एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान गहलोत बोल पड़े, "विधानसभा चुनाव में केवल उन्हीं को टिकट के लिए योग्य माना जाएगा जिन्होंने अपने इलाके के हर बूथ पर डिजिटल मेम्बरशिप कराई होगी."  साफ है कि चुनावी हार और अंदरूनी तकरार से उबरने के लिए कांग्रेस ने नए सिरे से केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के साथ ही अपना संगठनात्मक होमवर्क भी शुरू कर दिया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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