पंजाब: किसानों ने तहसीलदार को बनाया था बंधक, राजस्व अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए

पंजाब: किसानों ने तहसीलदार को बनाया था बंधक, राजस्व अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए

प्रेषित समय :12:43:02 PM / Tue, Mar 29th, 2022

चंडीगढ़. पंजाब के राजस्व अधिकारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। पंजाब राजस्व अधिकारी संघ के अनुसार, राजस्व अधिकारी लंबी में किसानों द्वारा बदसलूकी के विरोध में काम ठप कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पैतृक हलका लंबी में नरमा की फसल के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने सोमवार की देर रात तहसील कांप्लेक्स में तहसीलदार व स्टाफ को बंधक बना लिया था। पुलिस ने रात करीब बारह बजे के बाद लाठीचार्ज किया, जिसमें सात किसान घायल हुए थे। सभी घायल लंबी के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन हैं।

गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमा की फसल के मुआवजे की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसानों की ओर से लंबी के नायब तहसीलदार अरजिंदर सिंह सहित अन्य स्टाफ को दफ्तर में ही देर शाम को बंधक बना कर धरना लगा दिया गया था। धरनाकारी किसानों को खदेड़ने के लिए रात को बारह बजे के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। लाठीचार्ज कर किसानों को खदेड़ने के बाद नायब तहसीलदार सहित दफ्तर के अन्य स्टाफ को बाहर निकाला जा सका। उधर, पुलिस द्वारा किए लाठीचार्ज में सात किसान घायल हो गए। जिन्हें लंबी के सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया। इन घायल किसानों में हरपाल सिंह किल्लियांवाली, निशान सिंह कख्खांवाली, जगदीप सिंह खुड्डियां, दविंदर सिंह मानांवाला, एमपी सिंह भुल्लरवाला, गुरलाभ सिंह कख्खांवाली, काला सिंह खुन्नण खुर्द शामिल हैं। 

किसानों नेताओं का आरोप है कि गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमा की फसल के मुआवजे के मामले में मुक्तसर जिले को नजरंदाज किया गया है। जिले में अधिकतर नरमा की खेती लंबी ब्लॉक में ही होती है। गिरदावरी में लंबी ब्लॉक के केवल छह गांवों को ही शामिल किया गया है लेकिन उन्हें भी अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया। जबकि अन्य करीब 30 गांवों को शामिल ही नहीं किया गया। वहीं किसानों की ओर से बंधक बनाए जाने पर देर रात को ही पटवारियों ने दफ्तर से बाहर आने के बाद नेशनल हाईवे पर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया।

इस दौरान प्रदर्शनकारी पटवारी बंधक बनाने वाले किसानों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। जिले के सभी एसडीएम व तहसील दफ्तरों के स्टाफ ने भी इस मामले में किसानों पर कार्रवाई की मांग को लेकर हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। प्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी गांव बादल स्थित गेस्ट हाउस में एकत्र होकर अग्रिम रणनीति तैयार कर सकते हैं। वहीं भाकियू द्वारा अभी भी तहसील दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन जारी है।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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