नई दिल्ली. स्वदेशी 4जी नेटवर्क के रोल आउट के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) देश भर में करीब 1.12 लाख टावर लगाने की योजना बना रहा है. दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में ये जानकारी दी. वहीं उन्होंने ट्रेनों के अंदर इंटरनेट कनेक्शन को लेकर कहा कि यह तभी उपलब्ध हो सकता है जब 5जी नेटवर्क शुरू होगा, क्योंकि 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों में 4जी तकनीक से संचार बाधित हो जाता है.
भारतीय इंजीनियरों ने डेवलप किया 4जी नेटवर्क
उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान कहा, मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 4जी टेलिकॉम नेटवर्क जल्द ही रोल आउट के लिए तैयार है. इसे भारत में भारतीय इंजीनियरों और वैज्ञानिकों ने डेवलप किया है. दुनिया भर में हमारे 4जी नेटवर्क डेवलपमेंट की तारीफ हो रही है. इसका एक कोर नेटवर्क है, पूरे दूरसंचार उपकरणों के साथ रेडियो नेटवर्क है.
5जी टेक्नोलॉजी कुछ महीनों में हो जाएगी तैयार
मंत्री ने कहा कि बीएसएनएल 4जी नेटवर्क के लिए तुरंत 6,000 और फिर 6,000 और टावर के ऑर्डर देने की प्रोसेस में है. इसके बाद पूरे देश में एक लाख टावर लगाए जाएंगे. उन्होंने ये भी बताया कि 5जी टेक्नोलॉजी का डेवलपमेंट भी चल रहा है और कुछ महीनों में ये तैयार हो जाएगा.
5जी सक्सेस के लिए ज्यादा टावर्स को फाइबर से जोडऩा होगा
इसके अलावा, वैष्णव ने बताया कि टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स मोबाइल टावर्स पर इन्स्टॉल किए अपने बेस ट्रांसीवर स्टेशनों को फाइबराइज कर रहे हैं. 7,93,551 बीटीएसएस को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है. देश में कुल मोबाइल टावरों की तुलना में यह संख्या काफी कम है. 5जी की सफलता और बेहतर 4त्र अनुभव के लिए, अधिक टावरों को फाइबर से जोडऩे की जरूरत है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जियो के दम पर बढ़ रही है इंडस्ट्री की 4जी डाउनलोड स्पीड, ट्राई ने सितंबर माह के आंकड़े जारी किए
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