नई दिल्ली. नोएडा सेक्टर-40 स्थित एक निजी स्कूल में सोमवार को 13 विद्यार्थियों और तीन शिक्षकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्कूल प्रबंधन ने 18 अप्रैल तक स्कूल बंद कर दिया है। मंगलवार को 12वीं के विद्यार्थियों की प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। स्कूल ने सकुर्लर जारी कर दिया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि बीते पांच दिनों में कक्षा 9वीं (सेक्शन-ई), 12वीं (सेक्शन-बी) और कक्षा 12वीं (सेक्शन-डी) में 13 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, तीन शिक्षकों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। स्कूल प्रबंधन ने संक्रमण के फैलने के कारण सभी कक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
स्कूल में 12 व 13 अप्रैल को ऑनलाइन पढ़ाई होगी, जबकि शेष चार दिन स्कूल पूरी तरह से बंद रहेगा। इस दौरान प्रबंधन स्कूल को सेनेटाइज करेगा। अभिभावकों से अपील की गई है कि किसी भी छात्र में कोरोना के लक्षण नजर आए तो उनकी जांच कराए। 18 अप्रैल को कोरोना संक्रमित बच्चों की तीनों कक्षाओं के सभी बच्चों को 24 घंटे पहले की ही आरटीपीसीआर व एंटीजन नेगेटिव रिपोर्ट के साथ ही बच्चों को स्कूल भेजें।
एक ही स्कूल में 13 विद्यार्थियों के संक्रमित मिलने के बाद अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। वहीं, अभी तक 11 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण भी शुरू नहीं हुआ है। सेक्टर-34 निवासी अभिभावक यतेंद्र कसाना बताते हैं कि एक सप्ताह पहले ही दो वर्ष बाद स्कूलों में घंटी बजी थी। लंबी छुट्टी बिताने के बाद बच्चे भी स्कूल जाना चाहते हैं, लेकिन ऐसे माहौल में बच्चों को स्कूल भेजने से डर पैदा हो रहा है।
सेक्टर-52 निवासी अभिभावक टीके भाटी ने कहा कि अभी स्कूल सिर्फ उन्हीं बच्चों को बुलाएं, जिन्हें टीका लग चुका है। गौतमबुद्ध नगर स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन के संस्थापक मनोज कटारिया, कपिल शर्मा, गीता विद्यार्थी, बृजेश श्रीवास्तव, धमेंद्र नंदा कहते हैं कि संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्कूलों के बच्चे संक्रमित होने शुरू हो गए हैं। ऐसे में स्कूलों को नौवीं तक की पढ़ाई ऑनलाइन कर देनी चाहिए। अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित है।
बचाव के उपाय
- कोई भी बच्चा संक्रमित मिलने पर ऑनलाइन कक्षा होगी
- प्रतिदिन स्कूलों में विद्यार्थियों की होगी थर्मल स्क्रीनिंग
- बिना मास्क स्कूलों में स्टाफ व बच्चों को प्रवेश नहीं मिलेगा
- छुट्टी के दिन स्कूल में चलेगा सेनेटाइजेशन अभियान
- हल्के लक्षण होने पर अभिभावक बच्चों की जांच
- 24 घंटे पहली नेगेटिव रिपोर्ट पर ही बच्चों को कक्षा में बैठने देंगे.
Leave a Reply