नई दिल्ली. गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी को असम की अदालत ने राहत देते हुए जमानत दे दी है. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी को लेकर किए गए विवादित ट्वीट मामले में असम पुलिस ने विधायक जिग्नेश मेवाणी को बुधवार को गिरफ्तार किया था. वहीं आज कोकराझार की एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी है.
जिग्नेश मेवाणी के वकील अंगशुमान बोरा ने इस बात की जानकारी दी. जमानत याचिका सहित मेवानी के मामले में सोमवार को सुनवाई हुई और कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक मेवानी को बुधवार की रात गुजरात के पालनपुर शहर से गिरफ्तार किया गया था.
इससे पहले भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री के खिलाफ उनके कथित ट्वीट को लेकर असम के कोकराझार थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जिग्नेश मेवानी को उनके एक ट्वीट के चलते गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो गोडसे को भगवान मानते हैं, वह गुजरात में हुई सांप्रदायिक झड़पों के लिए शांति और सद्भाव की अपील करें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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