किस राशि को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी और कब-कब इसका प्रभाव रहेगा

किस राशि को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी और कब-कब इसका प्रभाव रहेगा

प्रेषित समय :18:59:59 PM / Fri, May 6th, 2022

ज्योतिष में शनि ग्रह को विशेष दर्जा प्राप्त है और जब-जब शनि ग्रह का राशि परिवर्तन होता है. तो इसका प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों पर किसी न किसी रूप में होता है.
शनि के राशि परिवर्तन का सबसे ज्यादा प्रभाव उन राशि के जातकों पर होता है जिन पर शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या का असर रहता है.
29 अप्रैल के बाद शनि के कुंभ राशि में गोचर से किस राशि को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी और कब-कब इसका प्रभाव रहेगा
मकर राशि में शनि गोचर कर रहे हैं,   29 अप्रैल को शनि कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं.  
शनि 30 साल बाद कुंभ राशि में आए हैं. शनि का राशि परिवर्तन इस साल की बड़ी खगोलीय घटनाओं में से एक माना जा रहा है.

कर्मफलदाता हैं शनि देव
शनि देव को शास्त्रों में कर्मफलदाता बताया गया है.
इसके साथ ही शनि को कलियुग का दंडाधिकारी भी कहा गया है. शनि न्याय के देवता है. भगवान शिव ने शनि देव को यह उपाधि प्रदान की है.
शनि की दृष्टि से कोई नही बच सकता है
पौराणिक कथा के अनुसार शनि की दृष्टि से कोई नहीं बच सकता है.
शनि के प्रकोप से मनुष्य ही नहीं स्वयं देवता और प्रेत भी नहीं बच सकते हैं. स्वयं भगवान शिव को भी शनि की दृष्टि के कारण परेशानी उठानी पड़ी थी.
शनि के राशि परिवर्तन करते ही धनु राशि वालों पर से शनि की साढ़े साती समाप्त हो जायेगी.
हालांकि 12 जुलाई को शनि ग्रह मकर राशि में वक्री होने से फिर से धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू हो जाएगा.
धनु राशि पर शनि का प्रभाव 12 जुलाई 2022 से 17 जनवरी 2023 तक रहेगा फिर उसके बाद धनु राशि से पूरी तरह शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी.
मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चरण शुरू हो जायेगा मतलब साढ़ेसाती की चपेट में आ जायेंगे.
वहीं मिथुन और तुला राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी और  कर्क और वृश्चिक जातक इसकी चपेट में आ जायेंगे. शनि के राशि परिवर्तन से इन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, जानते हैं.
कर्क राशि  शनि की ढैय्या कर्क राशि पर शुरू होने जा रहा है. ढैय्या के दौरान जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. सेहत के मामले में सावधान रहना होगा. कोई रोग परेशान कर सकता है. संबंध खराब हो सकते हैं. धन का प्रयोग सोच समझ कर करना होगा, धन का व्यय बढ़ेगा.
वृश्चिक राशि वालों को धन और सेहत के मामले में विशेष सावधानी बरतनी होगी. चोट लगने का खतरा बना रहेगा.
जो लोग प्रेम संबंध में हैं उनके सामने बाधा आ सकती है. विवाह आदि में देरी भी हो सकती है. घर में यदि आप बड़े की भूमिका में हैं तो मान सम्मान में कमी आ सकती है. अहंकार और क्रोध की स्थिति बढ़ सकती है.
धन की बचत करें, अनावश्यक चीजों पर धन का व्यय न करें. कार्यों में बाधा आ सकती है. धैर्य बनाए रखना होगा. स्वार्थी और लोभी व्यक्तियों से सावधान रहें. हानि उठानी पड़ सकती है.
उपाय - हर शनिवार को पीपल के प

ड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं उसके अंदर काले तिल डालकर.
शनिवार -मंगलवार मांस- मदिरा का सेवन बिलकुल बंद कर दें,
किसी भी प्रकार का झूठ ना बोले किसी के साथ छल कपट ना करें.
नोट - जो भी उपाय करें विश्वास पूर्ण करें. अपने इष्ट देवी देवताओं की पूजा अर्चना करते रहे.
शनिदेव से डरने की जरूरत नहीं है.
शक्ति उपासक-आचार्य पटवाल

Shakti-Upasak Acharya Patwal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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