बुध वृषभ राशि में 3 जून तक वक्री अवस्था में रहेंगे, जानें किन राशियों के लिए लाभकारी साबित होगा

बुध वृषभ राशि में 3 जून तक वक्री अवस्था में रहेंगे, जानें किन राशियों के लिए लाभकारी साबित होगा

प्रेषित समय :20:33:04 PM / Tue, May 10th, 2022

ग्रहों में होने वाले बदलाव का व्यक्ति के जीवन के विभिन्न मोर्चों पर गहरा प्रभाव पड़ता है. जब भी कोई ग्रह वक्री होता है यानी अपनी उल्टी चाल चलता है तो इसका असर किसी राशि वालों पर शुभ पड़ता है तो किसी पर अशुभ. 10 मई से बुध ने अपनी उल्टी चाल शुरू कर दी है. बुध वृषभ राशि में 3 जून तक वक्री अवस्था में रहेंगे. वृषभ राशि में बुध के प्रभाव स्वरूप राहु के दोषों में भी कमी आ सकती है. जानिए किन राशियों के लिए बुध का वक्री होना लाभकारी साबित होगा.

वैदिक ज्योतिष में बुध बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है चूंकि यह किसी जातक के जीवन में संचार एवं व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करता है. इस ग्रह की चाल सबसे अधिक होती है और यह एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में लगभग 14-30 दिनों का समय लेता है. सूर्य के सबसे नज़दीक स्थित होने के कारण बुध अपना एक चक्कर बहुत कम समय में पूरा कर लेता है और फिर अस्त हो जाता है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध एक वर्ष में लगभग 3 से 4 बार वक्री होता है.

वृषभ राशि में वक्री बुध

किसी ग्रह का वक्री होना एक ऐसी गति है, जिसमें पृथ्वी से देखे पर जाने वह ग्रह पीछे की दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है यानी कि यह एक प्रकार का भ्रम है. किसी ग्रह की वक्री होने की प्रक्रिया मुख्य रूप से उसकी गति के कारण होती है तो ज़ाहिर है कि उस ग्रह की तीव्रता और चाल अधिक होगी. आमतौर पर किसी ग्रह के वक्री होने पर उसके प्रभावों और परिणामों में तीव्रता देखी जाती है.

वक्री बुध जातक के संचार कौशल पर सबसे ज़्यादा प्रभावशाली होता है अर्थात वक्री बुध के प्रभाव में आपको किसी चीज़ को समझाने में और अपनी बात को सही ढंग से रखने के लिए काफ़ी अधिक प्रयास करने पड़ते हैं. उसे मूड स्विंग्स हो सकते हैं और किसी चीज़ को लेकर असुरक्षा महसूस हो सकती है. यदि आप सट्टा बाज़ारों जैसे कि शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि में डीलिंग करते हैं तो वक्री बुध आपकी आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव डाल सकता है.

वृषभ राशि में वक्री बुध की समयावधि

बुध 10 मई, 2022 को शाम 5:16 बजे वृषभ राशि में वक्री होगा और फिर 3 जून, 2022 को मार्गी हो जाएगा. वक्री बुध के परिणाम आमतौर पर कुंडली में बुध की स्थिति और स्थान पर निर्भर करते हैं.

आइए राशिनुसार जानते हैं कि वक्री बुध का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है. साथ ही यह भी जानते हैं कि इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के क्या उपयुक्त उपाय हो सकते हैं.

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मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध उनके दूसरे भाव यानी कि धन, परिवार और संवाद के भाव में वक्री होगा. इस दौरान आपकी वाणी में सुधार होने की संभावना है. साथ ही आपके स्वभाव में विनम्रता देखी जा सकती है. इस अवधि में आप अपने आस-पास के लोगों को अपने दृष्टिकोण से हर चीज़ समझाने का हर संभव प्रयास करते नज़र आ सकते हैं. हालांकि, आप अपने मन की बातों को समझाने में सक्षम नहीं रहेंगे लेकिन आपके विचार बहुत उच्च और लीक से हटकर यानी रचनात्मक हो सकते हैं. मेष राशि के छात्रों के लिए यह अवधि अच्छी रहने वाली है क्योंकि इस दौरान उनकी याददाश्त तेज होने की संभावना है साथ ही, अपनी पढ़ाई में उनकी पकड़ अच्छी रह सकेगी.
उपाय: अपनी चाची और मामी लोगों के साथ संबंध अच्छे रखें और मुमकिन हो तो उन्हें तोहफ़े आदि भी दें.

वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके लग्न भाव में वक्री होगा. इस दौरान आपके अंदर चीज़ों का विश्लेषण करने की क्षमता में सुधार होने की संभावना है. साथ ही आप अपनी चीज़ों की गणना करने और योजनाएं बनाने में अच्छे हो सकते हैं.आप अपने दैनिक जीवन में अधिक सक्रिय रह सकते हैं और तरह-तरह के काम करना पसंद कर सकते हैं. निरंतर उच्च ऊर्जा के साथ काम करने और त्वरित रूप से विचार करने की वजह से आपको कुछ मानसिक समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा, इस दौरान आपको सिरदर्द और अनिद्रा की शिकायत हो सकती है. साथ ही वज़न कम होने की भी आशंका है इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि पूरी नींद लें और मस्तिष्क को आराम देने के लिए योग, व्यायाम और ध्यान करने जैसी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
उपाय: बुधवार के दिन कन्याओं को हरे वस्त्र व चूड़ियां दान करें.

मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध उनके बारहवें भाव यानी कि व्यय, हानि और यात्रा के भाव में वक्री होगा. लग्न भाव के स्वामी का आपके बारहवें भाव में वक्री होना, स्वास्थ्य के लिहाज से अनुकूल नहीं है. इस दौरान आपको तंत्रिका तंत्र से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है. आपको चक्कर आ सकते हैं और अनिद्रा का भी सामना करना पड़ सकता है. अतीत की बीमारी के दोबारा शुरू होने की भी आशंका अधिक है इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें और नियमित जांच कराएं.
इस अवधि में आपके ख़र्चों में भी वृद्धि होने की आशंका है. इस दौरान आप अतीत की रुकी हुई या अटकी हुई कुछ परियोजनाओं पर काम करते हुए, उन्हें दोबारा से सक्रिय करने का प्रयास कर सकते हैं. साथ ही, आप इस दौरान खाली समय व्यतीत करने के लिए कुछ यात्राओं की योजना बना सकते हैं.
उपाय: तांबे के बर्तन में हरी दाल भरकर किसी सुनसान जगह पर दफ़ना दें!

कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध उनके ग्यारहवें भाव यानी कि आय और लाभ के भाव में वक्री होगा. यह अवधि आपके लिए आर्थिक रूप से काफ़ी लाभकारी सिद्ध होगी. इस दौरान आप कुछ ऐसे स्रोतों से कमाई कर सकते हैं, जिसकी आपको उम्मीद भी नहीं होगी साथ ही, आप अपनी अटकी हुई या रुकी हुई कुछ परियोजनाओं से भी कमाई करने में सफल हो सकते हैं.
जो जातक विदेशी बाज़ारों के साथ डीलिंग का काम कर रहे हैं, वे इस दौरान अपने व्यवसाय में वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं चूंकि इस अवधि में आपके कुछ पुराने ग्राहकों से पुनः अच्छे संबंध स्थापित होने की संभावना है. साथ ही, कुछ पुराने दोस्तों के साथ संबंधों में सुधार होने की भी संभावना है.
उपाय: आर्थिक संपन्नता और जीवन में ख़ुशहाली के लिए आपको चांदी की चेन में सोने का पेंडेंट पहनने की सलाह दी जाती है.

सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध उनके दसवें भाव यानी कि व्यवसाय और करियर के भाव में वक्री होगा. यह अवधि निवेश करने के मामले में अनुकूल सिद्ध हो सकती है. संभावना है कि इस दौरान आप कई गुना कमाई करने में सक्षम रह सकते हैं.जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, उन्हें थोड़ी धीमी गति से परिणाम मिलने की संभावना है. इस अवधि में आप अधिकतर समय भ्रमित रह सकते हैं क्योंकि इस दौरान व्यवसाय में आपको बार-बार होने वाली कुछ समस्याओं और परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. व्यक्तिगत रूप से देखा जाए तो इस दौरान आपके घर की सुख-शांति भंग होने की आशंका है. आपके घर के सदस्यों के बीच मतभेद और ग़लतफ़हमियां हो सकती हैं, जिसकी वजह से आप थोड़े परेशान नज़र आ सकते हैं.
उपाय: गायों को हरा चारा खिलाएं!

कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध उनके नौवें भाव यानी कि भाग्य और धर्म के भाव में वक्री होगा. आशंका है कि इस दौरान आपको हर काम पूरा करने के लिए अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी क्योंकि आपको किसी भी चीज़ का पहले से कोई अंदाज़ा नहीं होगा.
जो छात्र आगे की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके दिमाग में चीज़ें ज़्यादा देर तक नहीं टिक सकती हैं या वे चीज़ों को भूल सकते हैं, जिसकी वजह से उन्हें पुनः अपने पूरे पाठ्यक्रम से गुज़रना पड़ सकता है.जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, उन्हें अपने काम के लिए कुछ यात्राओं की योजना बनानी पड़ सकती है लेकिन आशंका है कि उन यात्राओं से आपको कुछ ख़ास परिणाम हासिल नहीं होंगे.उपाय: तुलसी का पेड़ लगाएं और उसकी देखभाल करें!

तुला
तुला राशि के जातकों के लिए बुध उनके आठवें भाव यानी कि अनिश्चितता, असुरक्षा और परिवर्तन के भाव में वक्री होगा. आर्थिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस अवधि में आपको अनुकूल परिणाम न मिलने की आशंका है. साथ ही, इस दौरान किसी कीमती वस्तु की चोरी या किसी प्रकार की हानि होने की भी आशंका है. जो जातक स्टॉक मार्केट से जुड़े हुए हैं, इस दौरान उनका भाग्य ज़्यादा साथ नहीं दे सकता है. आपको यह सलाह दी जाती है कि इस दौरान थोड़ा सोच-समझ कर ही अपना भाग्य आज़माएं क्योंकि आपकी गणना ग़लत होने की आशंका अधिक है.
इस दौरान आपका स्वास्थ्य थोड़ा नाज़ुक रहने की आशंका है. तुला राशि के जो छात्र मनोविज्ञान और शोध कार्यों से जुड़ी पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए यह अवधि अनुकूल सिद्ध हो सकती है.
उपाय: ज़रूरतमंद लोगों और बच्चों को स्टेशनरी व दवाएं दान करें!

वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध उनके सातवें भाव यानी कि जीवनसाथी, साझेदारी और व्यवसाय के भाव में वक्री होगा. इस दौरान आपको अपने संबंधों, विशेष रूप से अपने जीवनसाथी के साथ संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. आशंका है कि आपको उनके साथ संबंध में कुछ मतभेदों में ग़लतफ़हमियों का सामना करना पड़ सकता है. 
जो जातक साझेदारी के व्यवसाय में हैं, उन्हें इस दौरान थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपके ख़िलाफ़ किसी प्रकार की साज़िश होने की आशंका है. आपको यह सलाह दी जाती है कि इस दौरान पैसे का निवेश न करें अन्यथा आप किसी धोखाधड़ी के सौदे में पड़ सकते हैं या आपको नुकसान हो सकता है. उपाय: बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करें!

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धनु
धनु राशि के जातकों के लिए बुध उनके छठे भाव यानी कि रोग, प्रतिस्पर्धा, विवाद और सेवा के भाव में वक्री होगा. यह अवधि आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य के लिहाज से अनुकूल न रहने की आशंका है. उन्हें तंत्रिका तंत्र से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है साथ ही, किसी बीमारी के दोबारा होने की भी आशंका है.जो जातक अकाउंटिंग प्रोफेशनल और बैंकर हैं, उनके लिए यह अवधि अनुकूल रहने वाली है. कार्यक्षेत्र में आपके अच्छे काम के लिए वरिष्ठ प्रबंधन या बॉस द्वारा सराहना की जा सकती है. साथ ही, आप इस दौरान अपने अच्छे मार्केटिंग कौशल और संचार कौशल के ज़रिए अधिक ग्राहक बनाने में सफल हो सकते हैं.
उपाय: अपने रिश्तों में सुख-शांति लाने के लिए मंदिर में हरी दाल का दान करें!

मकर
मकर राशि के जातकों के लिए बुध उनके पांचवें भाव यानी कि मनोरंजन, संतान और शिक्षा के भाव में वक्री होगा. छात्रों के लिए यह समय अनुकूल रहने वाला है. छात्र अपनी पढ़ाई के प्रति अपनी एकाग्रता में वृद्धि देख सकते हैं साथ ही, उनके अंदर चीज़ों का विश्लेषण करने की क्षमता में भी सुधार होने की संभावना है. आप अपने विषयों को सही ढंग से याद रख सकेंगे और अपनी पढ़ाई के दबाव को भी संतुलित करने में सफल रह सकते हैं.
जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके अंदर अपनी परीक्षाओं का सामना करने का जज़्बा बुलंद रहेगा. आप अपनी पढ़ाई के प्रति ध्यान केंद्रित करने में सफल रह सकेंगे, जिससे कि आपको अपनी परीक्षाओं के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं.उपाय: प्रतिदिन सुबह माँ दुर्गा की पूजा करें और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें!

कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके चौथे भाव यानी कि पारिवारिक सुख, भूमि, संपत्ति और वाहन के भाव में वक्री होगा. इस दौरान आप अपने घर की मरम्मत करवा सकते हैं या अपने घर की चीज़ों को फिर से सुव्यवस्थित करवा सकते हैं. आपके घर का माहौल बहुत अच्छा न रहने की आशंका है क्योंकि इस अवधि में आपके घर के सदस्यों के बीच कुछ मतभेद पैदा हो सकते हैं.
यदि आपने पहले से ही किसी भूमि या संपत्ति में निवेश करने की योजना बना रखी है तो संभावना है कि इस अवधि में आप इसमें निवेश कर सकते हैं. जो जातक अपने परिवार से कहीं दूर रह रहे हैं, उनके घर वापस जाने की प्रबल संभावनाएं हैं.स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो इस दौरान आपकी माँ को कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. उपाय: प्रतिदिन सुबह 108 बार 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करें!

मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध उनके तीसरे भाव यानी कि साहस, बल, लघु यात्रा और भाई-बहन के भाव में वक्री होगा. यह अवधि आपके लिए अपने पुराने दोस्तों और दूर के भाई-बहनों से मिलने के लिए अनुकूल सिद्ध हो सकती है. साथ ही आप उनके साथ मौज-मस्ती करने के लिए किसी यात्रा की योजना भी बना सकते हैं.इस दौरान आप अपने प्रेमी/प्रेमिका के साथ अपने विचार साझा करने में कठिनाई का अनुभव कर सकते हैं जिसकी वजह से आपके संबंधों में कुछ समस्या आने की आशंका है.
उपाय: प्रतिदिन सुबह विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें!

ASTRO MENTOR
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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