बेटी बचाओ का मैसेज देती फिल्म- जयेशभाई जोरदार

बेटी बचाओ का मैसेज देती फिल्म- जयेशभाई जोरदार

प्रेषित समय :10:48:05 AM / Sat, May 14th, 2022

फिल्म: जयेशभाई जोरदार
निर्देशक: दिव्यांग ठक्कर
स्टार कास्ट: रणवीर सिंह, शालिनी पांडे, बोमन ईरानी, जिया वैद्य और रत्ना पाठक शाह

फिल्म जयेशभाई जोरदार, 'बेटी बचाओ' का जोरदार मैसेज देती है, लेकिन फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जो पहले न देखा गया हो। फिल्म की एक कहानी हरियाणा के लाडोपुर गांव की भी दिखाई जाती है, जहां सिर्फ पहलवान ही हैं, जिनके नेता का किरदार पुनीत इस्सर निभा रहे हैं। इस गांव में लड़की के जन्म पर जश्न मनाया जाता है। फिल्म के निर्देशक दिव्यांग ठक्कर है और फिल्म को देखते हुए कई बार ऐसा महसूस होता है कि वो बीच बीच में भूल जाते हैं कि आखिर वो दिखाना क्या चाहते हैं। फिल्म में एक नहीं बल्कि कई चीजों को दिखाने के चक्कर में गड़बड़ कर दिया गया है।  फिल्म का पहला हिस्सा कहानी और स्क्रीनप्ले के हिसाब से काफी सुस्त और ढीला है। फिल्म के दूसरे हाफ में आपको ये जानने की थोड़ी सी इच्छा जागती है कि आखिर आगे क्या होगा।

जयेशभाई पटेल (रणवीर सिंह) और मुद्रा पटेल (शालिनी पांडे) जो माता पिता (बोमन ईरानी और रत्ना पाठक शाह) के दबाव में हैं, जो चाहते हैं कि जयेशभाई- मुद्रा के बेटा ही हो। जयेश- मुद्रा के पहले ही एक 9 साल की बेटी सिद्धी (जिया वैद्य) है। रणवीर के पिता बोमन गांव के सरपंच भी हैं। मुद्रा को पता लगता है कि फिर से बेटी ही होगी, ऐसे में जयेश एक जोरदार प्लान के साथ घर से भाग जाता है। इसके बाद कहानी में जयेशभाई और उसके गांव वालों के बीच भाग दौड़ यानी पकड़म पकड़ाई देखने को मिलती है। फिल्म में कुछ ट्विस्ट हैं, जो आसानी से अनुमान लगा सकते हैं. 

फिल्म में रणवीर सिंह एक बार फिर पूरी एनर्जी के साथ नजर आ रहे हैं, वो फनी दिखते हैं, भावुक भी होते हैं और फिर मैच्योर हो जाते हैं, जो किरदार के हिसाब से बढ़िया है। रणवीर को फिल्म में देखकर कई बार 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के जेठालाल भी याद आ जाते हैं। रणवीर सिंह के अलावा शालिनी पांडे ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है और जची हैं। इन दोनों के अलावा बोमन ईरानी और रत्ना पाठक शाह ने बढ़िया काम किया है। इन सभी के बीच चाइल्ड एक्ट्रेस जिया वैद्य ने शानदार काम किया है।  

कुल मिलाकर जयेशभाई जोरदार एक डिसेंट फिल्म है। फिल्म को देखकर ये भी बात समझ नहीं आती है कि फिल्म गुजरात में ही क्यों दिखाई गई है, बल्कि ये राजस्थान या फिर उत्तर प्रदेश की भी कहानी हो सकती थी। 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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