याद रहे! यह इंदिरा कांग्रेस है, उन्हीं के सियासी तरीके से चलानी होगी?

याद रहे! यह इंदिरा कांग्रेस है, उन्हीं के सियासी तरीके से चलानी होगी?

प्रेषित समय :21:55:25 PM / Mon, May 16th, 2022

प्रदीप द्विवेदी. याद रहे, सातवें दशक में पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को छोड़कर तब के अनेक दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने अलग कांग्रेसे बना ली थी और देशभर में कांग्रेस के कई दफ्तरों पर कब्जा भी जमा लिया था, लेकिन श्रीमती गांधी ने हार नहीं मानी, उन्होंने संघर्ष किया और अपने दम पर इंदिरा कांग्रेस को न केवल सशक्त बनाया, बल्कि केंद्र की सत्ता भी हासिल की, यही वजह है कि धीरे-धीरे ज्यादातर दिग्गज नेता इंदिरा कांग्रेस में वापस आ गए?

आज उन दूसरी कांग्रेस का तो कोई सियासी अस्तित्व नहीं है, लेकिन इंदिरा कांग्रेस ही आज भी असली कांग्रेस है!

इस कांग्रेस की आज भी सबसे बड़ी ताकत गांधी परिवार ही है और यही वजह है कि मोदी टीम की पूरी सियासी ताकत ही कांग्रेस को तोड़ने पर फोकस है?

मोदी टीम अच्छी तरह से जानती है कि क्षेत्रीय पार्टियां तो उनका कोई नुकसान नहीं कर सकती हैं, लेकिन कांग्रेस रही, तो सियासी ठगी ज्यादा नहीं चल पाएगी?

यही वजह है कि कांग्रेस के अंदर और बाहर से प्रायोजित तरीके से गांधी परिवार पर लगातार सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं?

कांग्रेस को कमजोर बताकर निशाना साधने में गोदी मीडिया भी पूरी ताकत लगा रहा है!

जबकि, आज भी कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है, जिसके पास देशभर में सात सौ से ज्यादा विधायक हैं, तो पचास से ज्यादा सांसद हैं?

आज के सियासी हालातों के मद्देनजर देश के प्रमुख पत्रकार शकील अख्तर लिखते हैं....

कांग्रेस पर दो तरह के लोग कब्जा करने की फिराक में हैं, एक दक्षिणपंथी, दूसरे निहित स्वार्थी राहुल विरोधी नेता!

उन्हें सियासी आशंका भी है कि- अगर जुलाई में राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बने या प्रियंका को नहीं बनाया, तो अगस्त में कांग्रेस आजाद हो जाएगी?

कई नेता खुद को असली कांग्रेस बताते हुए अपनी स्वतंत्र सत्ता का ऐलान कर देंगे!

दक्षिण राजस्थान के आदिवासी क्षेत्र के विकास पर गांधी परिवार का शुरू से ही विशेष ध्यान रहा है, जहां दक्षिण राजस्थान की तस्वीर और तकदीर बदलनेवाली माही परियोजना के जलप्रवाह का शुभारंभ पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने किया था, तो इस क्षेत्र को सबसे ज्यादा समय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था!

उदयपुर में तीन दिन के चिंतन शिविर के बाद राहुल गांधी ने बेणेश्वर धाम की सभा में पीएम नरेंद्र मोदी पर शब्दबाण चलाते हुए कहा कि- बीजेपी आदिवासियों का इतिहास दबा रही है!

राहुल गांधी का कहना है कि- इस समय दो विचारधाराओं की लड़ाई है, एक तरफ कांग्रेस पार्टी है, जो कहती है कि सबकी रक्षा करनी है, सबको जोड़कर चलना है, तो दूसरी तरफ बीजेपी है, बांटने का काम करती है, दबाने, कुचलने का काम करती है.

बीजेपी दो हिंदुस्तान बनाना चाहती है, एक हिंदुस्तान अमीरों-उद्योगपतियों का और दूसरा गरीब आदिवासियों का, हम एक ही हिंदुस्तान के पक्ष में हैं.

राहुल गांधी का कहना है कि आदिवासियों और कांग्रेस पार्टी का गहरा रिश्ता है, आपके इतिहास की हम रक्षा करते हैं, आपके इतिहास को मिटाना, दबाना नहीं चाहते हैं, जब हमारी यूपीए की सरकार थी, तो आपके लिए, आपकी जमीन, जंगल, जल की रक्षा करने के लिए ऐतिहासिक कानून लाए.

यही नहीं, राहुल गांधी ने यह भी कहा कि बेणेश्वर में जब मेला होगा तो मैं भी आना चाहूंगा, यह आदिवासियों का महाकुंभ होता है, मैं भी आंखों से देखना चाहता हूं, दर्शन करना चाहता हूं!

सियासी सयानों का मानना है कि पीएम मोदी जैसी तानाशाह सरकार से निपटना है तो सियासी सज्जनता से काम नहीं चलेगा, श्रीमती इंदिरा गांधी की तरह आक्रामक राजनीतिक तेवर दिखाने ही होंगे?

सुनहरी यादें! जब श्रीमती इंदिरा गांधी ने माही जल-प्रवाह का बटन दबा कर बांसवाड़ा-डूंगरपुर (वागड़) की तस्वीर और तकदीर बदलने की शुरूआत कर दी....
https://www.youtube.com/watch?v=7aew1A4bntg&t=12s

आदिवासियों को पूरा समय तो केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था!
https://m.dailyhunt.in/news/india/hindi/palpalindia-epaper-dhfcdf96d1dd8d4edc93b48684e25c82c7/aadivasiyo+ko+pura+samay+to+keval+purv+pradhanamantri+rajiv+gandhi+ne+hi+diya+tha-newsid-n208049256

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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