अहमदाबाद. गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रहे हार्दिक पटेल ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद बड़ा बयान देते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस में तीन साल बरबाद कर दिए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि फिलहाल बीजेपी में शामिल होने के बारे में अभी तक मैंने कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन गुजरात की जनता से कांग्रेस को वोट नहीं देने को कहा है. हार्दिक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस हिंदुओं से जुड़े मुद्दों पर कुछ नहीं बोलती है और जातिगत राजनीति पर बहुत जोर देती है.
हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस कभी भी हिंदुओं से संबंधित मुद्दों पर कुछ नहीं बोलती है, चाहे नागरिकता संशोधन अधिनियम हो या वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में पाए जाने वाले शिवलिंग का मुद्दा हो. इसके अलावा गुजरात कांग्रेस जाति-आधारित राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी रखती है. मैंने कांग्रेस में अपने 3 साल बरबाद कर दिए.
गौरतलब है कि हार्दिक पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए और 2020 से गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे थे. लेकिन बुधवार को उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. सोनिया गांधी को लिखे खत में उन्होंने पार्टी नेतृत्व की तीखी आलोचना की थी. उन्होंने कहा कि दिल्ली के शीर्ष नेताओं का ध्यान हमारी बात सुनने के बजाय चिकन सैंडविच पर ज्यादा रहता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-हार्दिक पटेल ने छोड़ी कांग्रेस, राम मंदिर का जिक्र कर भाजपा में जाने के संकेत
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