जयपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में चल रही वंशवाद की राजनीति पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि, वंशवादी राजनीति एक बड़ा खतरा है और लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है, और किसी भी राजनीतिक दल में आने वाली प्रतिभा पर गंभीर असर डालता है। एएनआइ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में उसके ‘फर्जी समाजवादी’ तमाशे के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि ये दल ‘परिवारवाद’ के बारे में चिंतित हैं।
उन्होंने दीप प्रज्वलित कर बैठक की शुरुआत की. मंच पर जेपी नड्डा के अलावा राजस्थान के भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया भी मौजूद रहे. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, जनसंघ से लेकर हमारी जो यात्रा शुरू हुई और भाजपा के रूप में फली-फूली, पार्टी के इस रूप और स्वरूप को जब हम देखते हैं तो गर्व तो होता ही है. इसके निर्माण में खुद को खपाने वाले सभी लोगों को मैं नमन करता हूं. हमारा दर्शन है पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद और अंत्योदय. हमारा चिंतन है डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सांस्कृतिक राष्ट्रनीति.
देश में हिंदी को लेकर जारी बहस पर प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा का लक्ष्य दूसरे दलों को भी विकासवाद की राजनीति करने पर मजबूर करना है. चाहे समाज को तोड़ने की राजनीति करने वाले ही दल क्यों न हो, लेकिन चुनाव में विकास की बात उन्हें करनी पड़ रही है. वे विकासवाद की राजनीति से बच नहीं सकते. ऐसे दल देश के भविष्य, युवा पीढ़ी को खोखला करने का काम करते हैं, समाज की कमजोरियों पर खेलते हैं. कभी जाति के नाम पर, कभी क्षेत्र के नाम पर, कभी भाषा के नाम पर देश को बांटने की कोशिश करते हैं. हमें सतर्क रहना होगा. भारतीय जनता पार्टी हर भाषा को पूजनीय मानती है. नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देना, हर क्षेत्रीय भाषा के प्रति हमारे कमिटमेंट को दिखाता है. भाजपा, भारतीय भाषाओं को भारतीयता की आत्मा मानती है और राष्ट्र के बेहतर भविष्य की कड़ी मानती है.
उन्होंने कहा कि, मेरे मन में यह कसक रह जाएगी कि मैं इस कार्यक्रम में सशरीर शामिल नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत के लिए काफी अहम है. दुनिया आज भारत को बहुत उम्मीदों से देख रही है. ठीक वैसे ही भारत में भाजपा के प्रति जनता का विशेष स्नेह दिख रहा है. हमें देश के लोगों की उम्मीदों को पूरी करना है. देश के सामने जो चुनौतियां हैं, हमें देश के लोगों के साथ मिलकर हर चुनौतियों को पार करना है. हमारे देश में एक लंबा कालखंड ऐसा रहा जब लोगों की सोच ऐसी हो गई थी कि बस किसी तरह समय निकल जाए, न सरकार से उनको अपेक्षा थी और न ही सरकार उनके प्रति अपनी कोई जवाबदेही समझती थी, 2014 के बाद भाजपा देश को इस सोच से बाहर निकालकर लाई है.
देश की जनता की यह आशा-आकांक्षा हमारा दायित्व बहुत बढ़ा देती: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं देश के उज्ज्वल भविष्य को भली भांति देख रहा हूं. जब मैं आत्मविश्वास से भरे हुए देश के युवाओं को देखता हूं, कुछ कर गुजरने के हौसले के साथ आगे बढ़ती हुई बहन-बेटियों को देखता हूं तो मेरा आत्मविश्वास भी कई गुना बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि, देश की जनता की यह आशा-आकांक्षा हमारा दायित्व बहुत बढ़ा देती है. आजादी के इस अमृत काल में देश अपने लिए अगले 25 वर्षों का लक्ष्य तय कर रहा है. भाजपा के लिए भी यह समय है, अगले 25 वर्षों के लक्ष्यों को तय करने का, और उन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निरंतर काम करने का. हमारा मंत्र है ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’.
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